खुलासा

उत्तराखंड राज्य के कर्मकार बोर्ड में पिछले 2 वर्षों में अरबों रु खपा दिए ख़रीद फ़रोख़्त भुगतानों में बंदरबांट व घोटालें की आशंका

भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी 

उत्तराखंड राज्य के कर्मकार कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष हरक सिंह रावत और पूर्व सचिव दमयंती रावत के प्रकरण से कर्मकार बोर्ड आजकल सुर्खियों में चल रहा है कर्मकार कल्याण बोर्ड में बहुत ही बड़े घोटाले की गड़बड़ी सामने आई है ।
पिछले 2 सालों से बोर्ड के खातों में अलग-अलग मद में लगभग 403 करोड रुपए आए लेकिन इन पैसों से की गयी ख़रीद फ़रोख़्त की बात अब कर्मकार बोर्ड के विवादों के बाद जाँच के दौरान सामने आई हैं कि पिछले 2 साल में ही यह 403 करोड कहा खपाये गए और इस में से कितने डकार लिए गए क्योंकि जिस करोड़ो के सामान की करोड़ों की खरीद-फरोख्त हुई है वो संदेह के घेरे में हैं क्योंकि 403 करोड़ में से वर्तमान में बोर्ड के खाते में मात्र ₹78 करोड़ ही बचे हैं इसमें से भी ₹15 करोड़ वो हैं वह हैं जिसके भुगतान पर बोर्ड के नए अध्यक्ष ने संदेह होने पर रोक लगा दी है । खरीद फरोख्त इस प्रकार है ₹27करोड़ की कोरोना काल में राशन किट वितरित / ₹71करोड़ मजदूरों की बेटियों की शादी में बांटे गए/ ₹33 करोड़ की सिलाई मशीन/ ₹33करोड़ की साइकिलें/ रु 6 करोड रुपए के कंबल/ ₹12 करोड़ के नैपकिन और रु 4 करोड़ के छाते साथ ही रु15 करोड़ की सोलर लालटेन बहुत ही बड़ी गजब की अरबों रु की खरीदारी की है ।
नवनियुक्त कर्मकार बोर्ड की सचिव दीप्ति सिंह ने इस समस्त खरीद-फरोख्त और भुगतान की विस्तार से जांच की बात कही है, परंतु सवाल यह है कि इस 4 अरब रुपए से ऊपर की खरीद-फरोख्त औऱ भुगतान की जांच होगी या नहीं कि वास्तव में कितनी ख़रीद फ़रोख़्त हुई औऱ इसके एवज में कितना भुगतान हुआ औऱ इस खरीद-फरोख्त भुगतान की बंदरबांट कहां-कहां हुई ।