एक्सक्लूसिव

सीएम धामी ने दिये चीनी के घोटालेबाज़ मुख्य अभियंता आरके सेठ ओर घोटाले के सहयोगी तत्कालीन गन्ना सचिव विनोद शर्मा के ख़िलाफ़ कार्यवाही के आदेश

भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी

उत्तराखंड राज्य के मुख्यमंत्री की कमान संभालते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए चीनी घोटालें के आरोपी मुख्य अभियंता आरके सेठ के खिलाफ कार्रवाई के आदेश जारी कर दिये है। गन्ना सचिव चंद्रेश कुमार द्वारा जारी आदेश में आरके सेठ पर कार्रवाई की संस्तुति की गई है। यह कार्यवाही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर की गई है।

गौरतलब है कि 2016 से 2019 के बीच जसपुर के नादेही चीनी मिल में 5000 क्विंटल चीनी चोरी की घटना को अंजाम दिया गया था। ऑडिट जांच में फर्जी बिल, चीनी चोरी, रिकॉर्ड के साथ छेड़छाड़ जैसी अनियमितता बड़े स्तर पर पाये गए। आडिट जाँच में पाई गई भारी गड़बड़ी के बाद विभाग ने आरके सेठ पर कार्यवाही के आदेश जारी किए हैं।
चीनी घोटाले की जांच की आंच आरके सेठ के साथ तत्कालीन गन्ना सचिव विनोद शर्मा पर भी आरके सेठ के साथ सांठगांठ का आरोप लगा है। जांच में पाया गया है कि विनोद शर्मा ने आरके सेठ के इस्तीफा दे देने के बावजूद एक साल बाद उन्हें उसी विभाग में न सिर्फ जॉइनिंग दी गई बल्कि लगातार प्रोन्नति भी दी गई। जांच में यह भी पाया गया कि घोटाला आरोपी सेठ 30 साल की सेवावधि में से 15 साल नादेही चीनी मिल में ही कार्यरत रहा। विभाग द्वारा जारी पत्र में आरके सेठ और तत्कालीन गन्ना सचिव विनोद शर्मा के बीच सांठगाँठ की भी जांच की संस्तुति की गई है।


1. नादेही चीनी मिल की नई व पुरानी चीजें जो कि गोदाम में है, उसमें 5,000 कु0 से अधिक चीनी चोरी करके बेच दी गई है इस स्टोरी को छुपाने के लिए इनके द्वारा चीनी के कट्टों का पड़वा कर चीनी बिखेर दी गई है ताकि चीनी की चोरी पकड़ी ना जा सके जबकि प्लास्टिक के कट्टों में कुंडी नहीं लगती है इस तरह करोड़ों रुपए का घोटाला किया गया है इस चीनी मिल में चीनी की चोरी करने के उद्देश्य से मिल गेट पर आवश्यक दस्तावेज दिए बिना गाड़ियां बाहर निकाल दी जाती है।
2. आरके सेठ वर्ष 2008 में सितारगंज चीनी मिल में सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत था उसने वहां वर्ष 2007-08 के सीजन में फरवरी 2008 में नौकरी से त्यागपत्र दे दिया था लगभग 1 वर्ष बाहर रहने के बाद सेठ ने पूर्व शुगर सेक्रेटरी विनोद शर्मा से सांठगांठ कर पुनः चीनी मिल गदरपुर में ज्वाइन किया इस 1 वर्ष की सर्विस ब्रेक होने के बावजूद भी या उप मुख्य अभियंता मुख्य अभियंता प्रधान प्रबंधक और अंततः महाप्रबंधक के पद पर कैसे प्रोन्नत हो गए जांच का विषय है।
3. आरके सेठ अब तक के सेवाकाल लगभग 30 वर्ष में से 15 वर्ष से अधिक यह नादेही चीनी मिल में ही लगातार विभिन्न पदों पर पदस्थापित रहा हैं।
4. मिल में क्रय किए जाने वाले सामान में फर्जी बिल लगाए जाते हैं इन बिलों की जांच अत्यंत आवश्यक है।
5. पेराई सत्र 2017-18 में इस चीनी मिल क्षेत्र में 60% अर्ली गन्ना होने पर रिकवरी10.60 आई थी, बाजपुर चीनी मिल में रिकवरी 9.50 आई थी इस वर्ष 2018-19 में अर्ली गन्ना 90% होने के बावजूद रिकवरी 10.61 आई है। जबकि बाजपुर चीनी मिल की रिकवरी 10.57 आई अर्थात इस चीनी मिल में चीनी पर्ता कम दिखाकर चीनी घोटाला किया गया है इसकी जांच की जाए।
6. मिल समिति की गाड़ी नंबर यूके 18-9990 अब तक 1,70,000 से अधिक किमी चल चुकी है इतने किमी कहां कहां चली है इसकी जांच की जाए जबकि चीनी मिल में तीन गाड़ियां है।