खुलासा

खुलासा बहुत ही बड़ी कमी के बावजूद दौड़ रही थी घनसाली रुद्रप्रयाग मोटर मार्ग पर कल दुर्घटनाग्रस्त हुई बस

कल दिनांक 12/6//2023 को कई न्यूज पोर्टल द्वारा बस दुघर्टना की ख़बर प्रकाशित की गई।

घनसाली-रुद्रप्रयाग मोटर मार्ग पर सरपोली गांव के पास कल एक बड़ा हादसा होने से टल गया। बता दे तेज रफ्तार से चल रही बरात की बस सड़क किनारे लगे पैराफिट को तोड़कर हवा में झूलने लगी। साथ ही बस का एक टायर सड़क से बाहर होने से बरातियों में चीख-पुकार मच गई। गनीमत रही कि किसी भी बराती को चोट नहीं आई। प्रत्यक्षदर्शियों बताया कि बस काफी तेज रफ्तार से चलाई जा रही थी।

रुद्रप्रयाग जिले के सेमा गांव (स्यालसू) भरदार से बरात लेकर भिलंगना ब्लाक में ग्यारहगांव ङ्क्षहदाव के करखेड़ी गांव जा रही एक तेज रफ्तार बस सरपोली के पास अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगे पैराफिट को तोड़ते हुए हवा में झूलने लगी। इसी कारण बस में सवार 30 बरातियों में चीख-पुकार मच गई। वही परिचालक ने बरातियों को किसी तरह आपातकालीन द्वार से बाहर निकाला तो उन्होंने राहत की सांस ली।

हादसे में किसी को भी चोट नहीं लगी। बस इस तरह फंस गई कि जेसीबी मशीन से नहीं निकल पाई। थानाध्यक्ष राजेश बिष्ट ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से बरातियों को दूसरी बस सेकरखेड़ी भेजा। उन्होंने कहा कि बस चालक जितेंद्र सिंह नेगी पुत्र रणवीर सिंह निवासी कोटद्वार को मेडिकल कराया गया है। तहरीर मिलने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

पड़ताल✍️✍️✍️

इस बस का नंबर UK13PA0508 है यह ख़बर पढ़ने के बाद इस संवाददाता द्वारा पड़ताल की गई तो यह पाया कि इस बस का इंश्योरेंस तो दिनांक 22/12/2021को लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व ही समाप्त हो गया था और यह बस बिना इंश्योरेंस के संचालित की जा रही थी, कल की दुघर्टना में कोई भी जनहानि नही हुईं और ना ही कोई घायल हुआ नही तो इंश्योरेंस का क्लेम भी नही मिल पाता।

इस प्रकरण में एक और बात भी सामने आई है कि इस बस का दिनांक 6 जून 2023 को रू 500/का चालान भी हुआ था और वह चालान भी अभी भुगता नही गया है।

दिनांक 21अप्रैल 2023 को भी रू 500/का चालान भी हुआ था और वह चालान भुगत लिया गया है।

दिनांक 26 नवम्बर 2022 को भी रू 2500/का चालान भी हुआ था और वह चालान भुगत लिया गया है।

दिनांक 28अगस्त 2022 को भी रू 4000/ का चालान हुआ था और वह चालान भुगत लिया गया है।

दिनांक 5 जून 2022 को भी रू 400/ का चालान हुआ था और वह चालान भुगत लिया गया है।

बड़ा सवाल

*बड़ा सवाल इस बस का इंश्योरेंस दिनांक 22/12/2021को लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व ही समाप्त हो हुआ और इसके बाद इसी बस के 5 चालान हुए हैं तो क्या जिस-जिस अधिकारी ने इस बस का चालान किया क्या उसने इस बस के सारे पेपर चैक नही किए थे और अगर किए थे तो बिना इंश्योरेंस चलाने पर तो कम से कम रू 2000/- का चालान है और इस हिसाब से तो रू 2000/- का एक और चालान होना चाहिए था। इससे तो ऐसा प्रतीत होता है कि चालान करने वाले अधिकारीयों ने बस की इंश्योरेंस खत्म हुई है या नहीं इस पर शायद ध्यान नहीं दिया या ???*

माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी मेरा आपसे निवेदन है कि यह एक बहुत ही गंभीर मामला है बिना इंश्योरेंस के बसें संचालित की जा रही हैं इस कारण इन बिना इंश्योरेंस के संचालित होने वाली बसों से कोई दुर्घटना होती है तो यात्रियों या सामने वाले को क्लेम मिलना भी मुश्किल है, इसलिए व्यापक जनहित में बिना इंश्योरेंस संचालित होने वाली बसों के विरुद्ध भारी भरकम जुर्माने की कार्यवाही के साथ ही कड़ी कार्यवाही हेतु संबंधित परिवहन विभाग को तत्काल आदेश जारी करने की कृपा करें।