विशेष

अहंकार मनुष्य को आध्यात्मिक अवनति की ओर ले जाता है, यदि आपका सर हवा में है तो इसमें बस हवा ही भरी रहेगी और कुछ नहीं

*’अहंकार मनुष्य को आध्यात्मिक अवनति की ओर ले जाता है*’ 

*कभी यह मत सोचिए कि आपकी मदद के बिना कोई असहाय हो जाएगा हर जरूरतमंद की मदद के लिए ईश्वर होते हैं आप तो बस एक मनुष्य हैं यदि आप प्रसिद्ध हो जाते हैं और अपने अंदर अहंकार का प्रवेश होने देते हैं तो एक दिन यही अहंकार आप के पतन का कारण बनेगा इसलिए कभी अहंकारी मत बनिए।* 

*यदि आपके मन में अहंकार आ जाता है तो आप सरल तरीके से सोच नहीं सकते आप बहुत सी गलतियां करते हैं और आध्यात्मिक रूप से नीचे गिर जाते हैं । #यदि आपका सर हवा में है तो इसमें बस हवा ही भरी रहेगी और कुछ नहीं# । आपमें कोई समझदारी नहीं होगी यकीन मानिए कोई आपके बिना असहाय नहीं होता असहाय तो आदरणीय सर्वशक्तिमान ईश्वर के बिना आप हो जाएंगे ।*

*जो भी यह सोचता है कि उसके बिना कोई भी बेसहारा हो जाएगा तो वह सबसे बड़ा मूर्ख है । यदि आदरणीय सर्वशक्तिमान ईश्वर ने आपको गर्व करने लायक कुछ दिया है, तो विनम्र बनिए अन्यथा आप जरूर पतन की और बढ़ेंगे । समय से पहले कुछ नहीं होता, इसलिए प्रतीक्षा कीजिए और बेफिक्र रहिए। आपके तनावग्रस्त होने से कुछ भी अपने समय से पहले होने वाला नहीं । उल्टा, ऐसा करने पर आपका नुकसान ही होता है। इसलिए बेफिक्र रहिए और प्रार्थना कीजिए* *आदरणीय सर्वशक्तिमान ईश्वर महान है।*