एक्सक्लूसिव

पहल:छात्रा की जनहित याचिका पर जेल में महिला बंदियों के लिए आईजी जेल को आदेश जारी

उत्तराखंड की समस्त जेलों में विचाराधीन एवम् सजायाफ्ता महिला बंदियों को मासिक धर्म यानी पीरियड्स के दौरान सेनेटरी नेपकिन पैड्स उपलब्धता करवाए जाने सम्बन्धी अत्यन्त ही महत्वपूर्ण गम्भीर समस्या पर ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली छात्रा सृष्टि की पहल।

देहरादून के नेहरू कालोनी क्षेत्र में रहने वाली और ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली छात्रा सृष्टि निझावन द्वारा मानवाधिकार आयोग उत्तराखंड में जनहित में एक बहुत ही सोचनीय एवम् गंभीर विषय में शिकायत दर्ज़ करवाई गई कि उत्तराखंड की समस्त जेलों में विचाराधीन एवम् सजायाफ्ता महिला बंदियों को मासिक धर्म यानी पीरियड्स के दौरान सेनेटरी नेपकिन पैड्स उपलब्ध करवाए जा रहे हैं या नही इस संबंध में कार्यवाही कर जेल प्रशासन से जानकारी मंगवाई जाए तथा प्रदेश की प्रत्येक जेल में कितनी कितनी विचाराधीन एवम् सजायाफ्ता महिला बंदी निरुद्ध है और पिछले पांच वर्षों में प्रदेश की प्रत्येक जेल के अधिकारीयों द्वारा जितने भी सेनेटरी नेपकिन पैड्स की खरीद की गई और उसके एवज में किया गए भुगतान की भी जानकारी प्रमाण सहित मांगी जाए इससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि जरूरतमंद महिला बंदियों को सेनेटरी नेपकिन पैड्स उपलब्ध करवाए जा रहे हैं की नहीं।

देश में हमेशा से ही सरकारें मासिक धर्म यानी पीरियड्स के दौरान महिलाओं को सेनेटरी पैड्स का इस्तेमाल करने के लिए न सिर्फ जागरूक कर रही हैं बल्कि इसके लिए हर संभव प्रयास भी कर रही हैं परन्तु अभी भी बहुत सी लड़कियां और महिलाएं इस बात को खुल के किसी के सामने नहीं बोल पाती क्योंकि यह सब बताने में वो बहुत ही असजह महसूस करती हैं, इसलिए महिला बंदी इस संबंध में महिला बंदी रक्षक को ही बता सकती है।

इस मामले में उत्तराखंड जेल प्रशासन को जागरूकता संबंधी कैंप भी लगाए जाने चाहिए।

उपरोक्त विषय में आपसे प्रार्थना हैं कि यह एक बहुत ही गंभीर समस्या के संबंध में शिकायत है इसलिए कम से कम पिछले 5 वर्षों की जानकारी जेल प्रशासन से मांगी जाए और जेल प्रशासन को महिला बंदियों को जागरूक करने के लिए कैंप लगाने के आदेश कर जल्दी से जल्दी कार्यवाही की जाने की कृपा की जाये।

छात्रा सृष्टि की शिकायत को बहुत ही गंभीरता से लेते हुए मानवाधिकार आयोग के सदस्य न्यायमूर्ति राम सिंह मीना द्वारा शिकायत की तत्काल सुनवाई की गई और महानिरीक्षक कारागार उत्तराखंड को कार्यवाही हेतु आदेश जारी किए गए कि:-

आदेश-

शिकायतकर्ता द्वारा उत्तराखण्ड की समस्त जेलों में विचाराधीन एंवम सजायाफ्ता महिला बंदियों को मासिक धर्म यानी पीरियड्स के दौरान सेनेटरी नेपकिन उपलब्धता कराये जाने के सम्बन्ध में शिकायती पत्र प्रस्तुत किया है।

न्यायहित में महानिरीक्षक कारागार उत्तराखंड को निर्देशित किया जाता है कि नियमानुसार एंव विधि अनुसार उचित कार्यवाही की जाए।