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देहरादून: श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में विश्व संगीत दिवस के उपलक्ष्य में योग और संगीत विभाग द्वारा संयुक्त रूप से ‘मानव जीवन में संगीत और योग‘ विषय पर ऑनलाइन राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित

भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी

‘मानव जीवन में संगीत और योग‘ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित

देहरादून: श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय में मंगलवार को विश्व संगीत दिवस के उपलक्ष्य में योग और संगीत विभाग द्वारा संयुक्त रूप से ‘मानव जीवन में संगीत और योग‘ विषय पर ऑनलाइन राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. यू.एस. रावत ने कहा कि योग व संगीत का आपस में घनिष्ठ संबंध है। जहां योग शारीरिक व मानसिक मजबूती प्रदान करता है वहीं संगीत से आंतरिक प्रसन्नता व शांति मिलती है। संगोष्ठी में मानव जीवन में योग और संगीत के महत्व पर चर्चा की गई। संगोष्ठी में बताया गया कि मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर करने और तनाव कम करने के लिए आज संगीत थेरेपी का प्रयोग हो रहा है। शोध के मुताबिक संगीत के कई राग शरीर की कई परेशानियों को दूर करने और आत्मविश्वास बढ़ाने में कारगर साबित होते हैं। ये राग शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर काम करके उन्हें राहत पहुंचाते हैं। संगीत तनाव व अवसाद को कम करने तथा अच्छी नींद व याददाश्त को मजबूत करने में भी कारगर है। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के तौर पर प्रो. पंकज माला शर्मा व प्रो. लावण्या कीर्ति सिंह मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रिया पांडे व डॉ. अनुजा रोहिला द्वारा किया गया। संगोष्ठी में डीन प्रो. सरस्वती काला के साथ बड़ी संख्या में शिक्षकों और छात्र-छात्राओं ने ऑनलाइन प्रतिभाग किया।