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बिगब्रेकिंग:डॉक्टरों पर जानलेवा हमला मामलें में आयोग ने डीएम और एसएसपी दोनों को नोटिस जारी कर तलब की रिपोर्ट(वीडियों)

भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी

दिनाँक 28 फरवरी 2022 की रात डॉक्टरों पर जानलेवा हमला करना तथा आरोपियों के दोबारा जिला अस्पताल में आने व डॉक्टरों को धमकाने से डॉक्टरों में डर व भय का माहौल।

समस्त प्रकरण इस प्रकार हैं कि जिला अस्पताल पौड़ी के डॉक्टरों पर दिनाँक 28 फरवरी 2022 की रात जानलेवा हमला किया गया, आरोपियों के दोबारा जिला अस्पताल में आने व डॉक्टरों को धमकाने से डॉक्टरों में डर व भय का माहौल है,इसलिए डॉक्टरों ने आरोपियों से जान का खतरा बताते हुए पुलिस से सुरक्षा की मांग की हैं ।

अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक व डॉक्टरों ने जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नाम पत्र लिखकर आरोपियों की गिरफतारी की मांग की है। पौड़ी कोतवाली में डॉक्टरों की शिकायत के बाद अभियोग पंजीकृत हो चुका है इसके बावजूद आरोपियों के हौंसले बुलंद हैं।

वीडियों-

जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रशांत जैन ने जानकारी दी कि 28 फरवरी 2022 की रात कैलाश पीजी हॉस्टल के स्वामी श्री गुंजन नेगी पुत्र श्री मनवर सिंह नेगी, अंजलि नेगी, गुंजन नेगी के भाई मोंटी नेगी निवासी विकास मार्ग पौड़ी व 6-7 अन्य अज्ञात लोगों द्वारा डॉॅ राहुल सैनी व जिला अस्पताल पौड़ी के अन्य डॉक्टरों पर रॉड व धारधार हथियार से हमला किया गया। गुंजन नेगी विकास मार्ग रोड पर कैलाश पीजी के नाम से हॉस्टल संचालित करता है। पौड़ी अस्पताल में कार्यरत स्थानीय निवासियों ने जानकारी दी कि गुंजन नेगी के भाई मोंटी नेगी का पौड़ी बाजार में होटल मानसरोवर है। मोंटी नेगी पूर्व में भी मारपीट व गुंडागर्दी के मामलों में संलिप्त रहा है। नेगी परिवार की छवि बाजारवासियों के बीच अच्छी नहीं है। घटना की रात गुंजन नेगी, मोंटी नेगी व अन्य ने जिला अस्पताल पौड़ी के डॉक्टरों पर जानलेवा हमला किया। डॉ राहुल के सिर पर गम्भीर चोटें आई हैं, जिला अस्पताल की शिकायत पर कोतवाली पौड़ी में अभियोग पंजीकृत किया गया।
यह कि डॉक्टरों के जिला अस्पताल के प्रतिनिधिमण्डल ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
इस मामलें में इस संवाददाता द्वारा मानवाधिकार आयोग उत्तराखंड में जनहित याचिका दायर कर निवेदन किया गया कि डॉक्टरों के अनुसार जानलेवा हमले की पुलिस रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी आरोपियों द्वारा अस्पताल में आकर दोबारा धमकी देना बहुत ही गंभीर हैं, इसलिये जनहित न्यायहित में मामलें की निष्पक्ष जाँच के आदेश करने की कृपा कर वरिष्ठ अधीक्षक पौड़ी एवं जिला अस्पताल पौड़ी के चिकित्सा अधीक्षक से रिपोर्ट तलब करने की कृपा करें।
मानव अधिकार आयोग के सदस्य न्यायमूर्ति अखिलेश चन्द्र शर्मा द्वारा मामले की अति गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी गढ़वाल दोनों को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह के अंदर प्रकरण की रिपोर्ट आयोग में प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया।