भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी
उत्तराखण्ड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार द्वारा ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर जनपद देहरादून के थाना पटेलनगर में नियुक्त कांस्टेबल को निलम्बित करने और पुलिस अधीक्षक नगर देहरादून से उक्त प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराते हुए 15 दिवस के भीतर रिपोर्ट प्रेषित करने हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून को निर्देशित किया है।
उल्लेखनीय है कि दिनांक 31 मार्च को अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड को एक प्रोफेसर ने सोशल मीडिया के माध्यम से शिकायत प्रेषित की थी, जिसमें उनके द्वारा पुलिसकर्मी पर दुर्व्यवहार करने के आरोप लगाये गये थे। उनके द्वारा उल्लेख किया गया था कि एक संदिग्ध व्यक्ति उनके घर के आसपास पड़ा हुआ था, जो लगभग 15 मिनट से नहीं मिल रहा था। इसकी सूचना उनके द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम को दी गई। कंट्रोल रूम द्वारा उक्त सूचना को थाना पटेलनगर को देकर मोबाइल नंबर देते हुए बताया गया कि यह आप से संपर्क करेंगे। कुछ समय पश्चात मोबाइल धारक कांस्टेबल द्वारा उनसे फोन पर संपर्क किया गया। उनके द्वारा जब संदिग्ध पड़े व्यक्ति को चैक करने के लिए बोला गया, तो उक्त कांस्टेबल द्वारा उनसे दुर्व्यवहार करते हुए कोविड आदि का बहाना कर मना कर दिया गया।
डीजीपी अशोक कुमार द्वारा प्रकरण की प्रारम्भिक जांच करायी गयी, तो आरोप सही पाये गए। कांस्टेबल का शिकायकर्ता के प्रति रिस्पाॅन्स अच्छा नहीं था, जिस पर उसे निलम्बित करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि ड्यूटी के दौरान ऐसा व्यवहार स्वीकार्य नहीं है। जो भी पुलिसकर्मी ड्यूटी में ढिलाई बरतेगा उसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।