विशेष

जीवन इस तरह जीना चाहिये जो आपको प्रगति दे ना कि आपका पतन करे

भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी 

*जीवन इस तरह जीना चाहिए जो आपको प्रगति दे, ना कि आपका पतन करें इसलिए अपना जीवन इस तरह से जिए जिससे सर्वशक्तिमान ईश्वर खुश हो जाए यह ना सोचें कि यदि आप घंटों ईश्वर की प्रार्थना करेंगे तो वह प्रसन्न हो जाएंगे ना ही यह सोचे कि हर दिन मंदिर गिरिजा या मस्जिद जाने या हजारों के दान पुण्य के कार्य से ईश्वर खुश हो जाएंगे और वह आपका स्वर्ग में स्वागत करेंगे ऐसा नहीं है* ।
*दरअसल यदि आप ईश्वर को रिश्वत देने के लिए है सब करते हैं तो यह संभव नहीं । उन्हें रिश्वत नहीं दी जा सकती, पर यदि आप काफी सच्चे हैं और दान पुण्य के कार्यों के लिए अपना समय अपने रुपए सच्ची दया के कारण समर्पित करते हैं, यदि आप ईश्वर की पूजा थोड़ी देर के लिए ही सही, पर उनके प्रति सच्चे प्रेम के उद्देश्य से करते हैं तो निश्चित रूप से सर्वशक्तिमान ईश्वर आपसे प्रसन्न होंगे, इसलिए यह ज्यादा महत्वपूर्ण है न कि बिना एकाग्रता के घंटों प्रार्थना करना, दूसरों को छलने और स्वर्ग में जगह पाने के लिए हजारों का दान देना या लोगों को यह दिखाना कि आप कितने धार्मिक और पवित्र व्यक्ति हैं* ।
*आदरणीयों आप सरल, सच्चाई भरा, और निस्वार्थ जीवन जिये ईश्वर की कृपा आप पर एवं आपके समस्त परिवार पर सदैव बनी रहे*।