दिल्ली के बवान इलाके में एक रसोइये की बस में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। बस ड्राइवर और उसके दो सहयोगियों ने रसोइए के प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड डाल दी। घटना के बाद जब मनोज बेहोश हो गया तब तीनों ने उसे बवाना फ्लाईओवर के पास फेंक दिया और फरार हो गए। मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के बवाना इलाके में सीट पर खाना गिराने के आरोप में बस के अंदर एक रसोइये की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मनोज उर्फ बाबू नामक व्यक्ति को तीन लोगों ने पहले जमकर पीटा फिर उसके गुप्तांग में लोहे की रॉड दाल दी। आरोपियों में आरटीवी बस का ड्राइवर और उसके दो सहायक शामिल है।
घटना के बाद जब मनोज बेहोश हो गया तब तीनों ने उसे बवाना फ्लाईओवर के पास फेंक दिया और फरार हो गए। पुलिस ने कहा कि उन्होंने एक हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य फरार हैं।
नरेला का रहने वाला मनोज शादी में खाना बनाने का काम करता था। 1 फरवरी की रात को वह और उसका एक साथी दिनेश सुल्तानपुर डबास में एक शादी में शामिल हुए थे।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “काम खत्म करने के बाद उन्होंने कुछ बचा हुआ खाना पैक किया और बस में चढ़ गए। यात्रा के दौरान गलती से कुछ खाना सीट पर गिर गया, जिससे ड्राइवर और उसके सहयोगी नाराज हो गए।”
अधिकारी ने कहा कि जब दिनेश को बवाना चौक पर उतरने की अनुमति दी गई, तो तीनों ने मनोज को बंधक बना लिया और उसे अपनी शर्ट से सीट साफ करने के लिए मजबूर किया।
बस ड्राइवर आशीष उर्फ आशू और उसके दोस्तों ने उसके साथ गाली-गलौज कर मारपीट की। अधिकारी ने कहा, “जैसे ही उसने सीट साफ की, आशीष ने उसके निजी अंगों में एक रॉड घुसा दी। उन्होंने कहा, “2 फरवरी को, पुलिस को एक पीसीआर कॉल मिली, जिसमें एक आदमी के बेहोश होने की खबर मिली।
शुरुआत में, टीमों का मानना था कि मृतक एक आवारा था, क्योंकि कोई भी चोट दिखाई नहीं दे रही थी। हालांकि, बाद में उसकी पहचान की पुष्टि की गई। उसके भाई जितेंद्र ने उसके लापता होने की सूचना दी थी।”
पोस्टमार्टम 5 फरवरी को किया गया, जिसमें गंभीर आंतरिक चोटों का पता चला, जिससे हमले की प्रकृति की पुष्टि हुई। छापेमारी के दौरान पुलिस ने कराला गांव के मूल निवासी 24 वर्षीय सुशांत शर्मा उर्फ चुटकुली को गिरफ्तार कर लिया। अहीश और तीसरे व्यक्ति की तलाश की जा रही है।
बस में मनोज के साथ मारपीट उसके साथी दिनेश की मौजूदगी में हुई है, इसलिए दिनेश को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। आखिर दिनेश ने पुलिस के साथ-साथ मनोज के घर वालों को इस बारे में क्यों नहीं बताया।
इन सवालों पर पुलिस का कहना है कि दिनेश ने इसे सामान्य घटना मानकर किसी को कुछ नहीं बताया। ऐसा उसने डर के कारण भी किया हो, ऐसा हो सकता है।