*पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड द्वारा श्री बद्रीनाथ धाम पहुँचकर यात्रा एवं सुरक्षा व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर”अतिथि देवो भव” की भावना से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने हेतु दिये गये आवश्यक दिशा-निर्देश*
गढवाल भ्रमण के दौरान अभिनव कुमार, पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड़ द्वारा दिनांक 20.05.2024 व 21.05.2024 को चारधाम यात्रा एवं सुरक्षा व्यवस्थाओं के दृष्टिगत श्री बद्रीनाथ धाम का भ्रमण एवं निरीक्षण किया गया। श्री बद्रीनाथ धाम मन्दिर परिसर के आस-पास के स्थानों की सुरक्षा एवं मन्दिर के बाहर एवं अन्दर की सुरक्षा व्यवस्थाओं तथा भीड़ नियंत्रण हेतु बनाये गये पुलिस प्रबन्धन का जायजा लिया गया। तत्पश्चात श्रद्धालुओं से संवाद स्थापित किया गया।
इस दौरान उनके विषम परिस्थितियों में ड्यूटी कर रहे जवानों की हौसला अफजाई करते हुए निर्देशित किया गया कि चार धाम यात्रा पर आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु हमारे अतिथि के समान है, हमें अतिथि देवो भव: की भावना के साथ यात्रियों की सुरक्षा एवं सहयोग करते हुए, श्री बद्रीनाथ धाम में श्रद्धालुओं का सहभागी बनकर उन्हें सुव्यवस्थित एवं कतारबद्ध तरीके श्री हरि के दर्शन कराकर उनकी सुखद यात्रा संपन्न करवानी है, साथ ही श्रद्धालुओं के साथ मधुर एवं विनम्र व्यवहार कर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना है। बुजुर्ग, दिव्यांग और बीमार श्रद्धालुओं के लिए मन्दिर समिति के सदस्यों से समन्वय स्थापित कर सुगमता से दर्शन कराने हेतु निर्देशित किया गया।
पुलिस महानिदेशक द्वारा बताया गया है कि उत्तराखण्ड पुलिस आपकी यात्रा को सरल, सुगम व सुरक्षित बनाने के लिए लगातार तत्पर है, कोई भी यात्री बिना रजिस्ट्रेशन व रजिस्ट्रेशन की तिथि से पूर्व यात्रा पर न आएं।
उत्तराखण्ड पुलिस चारधाम यात्रा के लिए आ रहे सभी तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। धामों में भीड़ के अत्याधिक दबाव के कारण वाहनों को विभिन्न जगहों पर रोका जा रहा है।
इस यात्रा को यादगार और शांतिपूर्ण बनाने में उत्तराखण्ड पुलिस का सहयोग करे, इस दौरान चारधाम यात्रा के दृष्टिगत सीजन ड्यूटी में नियुक्त जनपद व बाहरी जनपदों से आये पुलिस बल के ठहरने हेतु आवासीय बैरिक, बिजली, पानी, शौचालयों की व्यवस्थाओं का भैतिक निरीक्षण किया गया।
श्री बद्रीनाध धाम में मास्टर प्लान के तहत चल रहे निर्माण कार्यों के कारण यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखते हुए सम्बन्धित निर्माण इकाई से समन्वय स्थापित कर यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने हेतु निर्देशित किया गया।