जनपद में मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना के लिए प्रस्तावित कार्य योजना तैयार किए जाने के संबंध में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में जिला कार्यालय एनआईसी कक्ष में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित कर योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु मुख्य विकास अधिकारी से जानकारी प्राप्त की।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने जिलाधिकारी को अवगत कराया है कि मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम आयोग द्वारा विकास खंड अगस्त्यमुनि के साथ ग्राम पंचायतों में पलायन हुआ है जिसमें बंगोली, निषणी, गहड़ दानकोट, नवासू, कांडई व स्यूंणी शामिल हैं जिसमें 22 राजस्व ग्राम भी शामिल हैं। इन गांवों से पलायन को रोकने के लिए संबंधित विभागों द्वारा गांवों का सर्वेक्षण कर संचालित की जाने वाली योजनाओं के लिए कार्य योजना तैयार की जानी हैं।
बैठक में जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को जिसमें ग्राम्य विकास, कृषि, उद्यान, पशुपालन, सिंचाई, जल संस्थान, विद्युत, शिक्षा, डेयरी, स्वास्थ्य, मत्स्य, लोनिवि आदि विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पलायन प्रभावित गांवों में आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने तथा ग्रामीण लोगों की आजीविका में वृद्धि करने के लिए सभी अधिकारी गांव का सर्वेक्षण करते हुए गांव में जो भी योजनाएं सफलता पूर्वक संचालित की जा सकती हैं उन योजनाओं के लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि गांव की भौगोलिक परिस्थितियों के मध्यनजर कृषि एवं उद्यानीकरण के क्षेत्र में जो भी फसल एवं फल की अधिक पैदावार है उसी के लिए बेहतर कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए ताकि लोगों की आजीविका में वृद्धि हो सके। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इसमें सभी अधिकारी संवेदनशीलता के साथ त्वरित सर्वेक्षण करते हुए एक सप्ताह के अंतर्गत सभी विभाग अपनी-अपनी कार्ययोजना के प्रस्ताव उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में परियोजना निदेशक केके पंत, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, मुख्य कृषि अधिकारी लोकेंद्र सिंह बिष्ट, जिला उद्यान अधिकारी योगेंद्र सिंह चैधरी, अधिशासी अभियंता जल संस्थान संजय सिंह, जल निगम नवल कुमार, विद्युत मनोज कुमार, महाप्रबंधक उद्योग केंद्र एचसी हटवाल, डेयरी श्रवण कुमार शर्मा सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।