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उपलब्धि उत्तराखंड STF की रिपोर्ट का गृह मंत्रालय ने लिया संज्ञान गिरफ्तार अभियुक्तों से 108 साईबर मामलों का देश भर में हो सकता है बढ़ा ख़ुलासा

भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी

उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स, देहरादून की रिपोर्ट का गृह मंत्रालय ने लिया संज्ञान,
गिरफ्तार अभियुक्तों से 108 साईबर मामलों का देश भर में हो सकता है पर्दाफाश।
बढ़ते साईबर अपराधों के परिप्रेक्ष्य में देश के विभिन्न राज्यो से साईबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हेतु अपराध के नये- नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे हैं।
साइबर अपराधियों द्वारा मुख्यतः राजस्थान, हरियाणा के दुर्गम क्षेत्र मेवात में रहकर उक्त स्थानो की भौगोलिक परिस्थितयों का लाभ उठाकर आम जनता से ओएलएक्स, बीमा पाँलिसी, नौकरी लगाने अन्य तरीको से आम जनता को झांसे मे लेकर साइबर धोखाधडी की जा रही है। अपराधियों के उक्त आपराधिक क्रिया-कलापों पर अंकुश लगाने व साइबर अपराधियों से आम जनता को सुरक्षित रखने हेतु उत्तराखण्ड पुलिस लगातार सक्रिय है, जिसके क्रम में विगत सप्ताह उत्तराखण्ड की स्पेशल टास्क फोर्स के नेतृत्व में उत्तराखण्ड की विभिन्न जनपदों की पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से कार्यवाही कर मेवात (जमतारा) झारखण्ड, पश्चिमी बंगाल क्षेत्र के 17 ऐसे शातिर साइबर अपराधी जो लगातार साइबर अपराधों मे सक्रिय रहकर आम जनता से धोखाधडी में सलिप्त थे की जानकारी प्राप्त कर उन्हे गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्तो से साइबर अपराध के सम्बन्ध मे पूछताछ करने के पश्चात 49 मोबाइल फोन IMEI व 84 SIM कार्ड प्रकाश में आये। तथा बरामद मोबाइल फोन IMEI व SIM कार्ड का डाटा तैयार कर गृह मंत्रालय भारत सरकार को उपलब्ध कराया गया, जिस पर गृह मत्रांलय भारत सरकार के संयुक्त साइबर समन्वय टीम (श्रब्ब्ज्) द्वारा उक्त डाटा का विश्लेषण कर विभिन्न राज्यो में पंजीकृत साइबर अपराधों में प्रयोग किये मोबाइल फोन व सिम फोन का उक्त डाटा से मिलान कराया गया तो पाया कि गिरफ्तार साइबर अपराधियों द्वारा उत्तराखण्ड राज्य ही नही अपितु देशभर के विभिन्न राज्यो की आम जनता से साइबर धोखाधडी की गयी है, सभी राज्यो का डाटा गृह मत्रांलय द्वारा प्राप्त किया तो चौकानें वाले आकड़े प्रकाश में आये जिसमें देशभर में 40 अभियोग पंजीकृत होना पाये गये हैं।
उल्लेखनीय है कि गिरफ्तार अभियुक्तों का सम्पूर्ण भारतवर्ष में लगभग 108 साईबर अपराधों के मामलों में संलिप्ता प्रकाश में आई है। भारतवर्ष के अभी तक प्रकाश में आये कुल 108 प्रकरण जिनमें 69 तेलगना, 20 उत्तर प्रदेश, 07 उत्तराखण्ड, 06 पश्चिम बंगाल, 05 हरियाण तथा 01 प्रकरण अंडमान से सम्बन्धित होना पाया गया है। उक्त मामलों में साइबर अपराधियों द्वारा लगभग 115 मोबाइल नम्बरों एवं 174 विभिन्न कम्पनियों के मोबाइल फोन्स का प्रयोग अपराध कारित करने के दौरान किया जाना प्रकाश में आया हैं।
इन अपराधियों द्वारा प्रमुख रूप से ओलक्स पर धोखाधडी, फर्जी फेसबुक आई0डी0 बनाना एवं साईबर ब्लैकमेलिंग आदि सम्बन्धी विभिन्न साईबर अपराधों को अंजाम दिया गया है।


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