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पुलिस ग्रेड पे कटौती के विरोध में उत्तराखंड क्रांति दल ने पुलिस परिजनों के साथ मुख्यमंत्री आवास कूच किया

भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी

पुलिस ग्रेड पे कटौती के विरोध में उत्तराखंड क्रांति दल ने पुलिस परिजनों के साथ मुख्यमंत्री आवास कूच किया।

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 गांधी पार्क से पुलिस परिजनों के साथ उत्तराखंड क्रांति दल के दर्जनों पदाधिकारी और कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास कूच पर निकले लेकिन उन्हें हाथीबड़कला चौकी के पास पुलिस बैरिकेड लगाकर रोक दिया गया।

 उत्तराखंड क्रांति दल के नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि 4600 ग्रेड पे से कम किसी भी कीमत पर कोई समझौता नहीं होगा।

यूकेडी नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि बीच का कोई भी रास्ता स्वीकार नहीं किया जाएगा।

 गौरतलब है कि उत्तराखंड क्रांति दल के नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने ही सबसे पहले  अप्रैल माह में पुलिस ग्रेड पे के विरोध में आवाज बुलंद की थी।

इसके बाद सरकार ने एक कमेटी का गठन कर दिया था लेकिन एक महीने तक एक भी बैठक नहीं हो पाई।

उसके बाद उत्तराखंड क्रांति दल के नेता जून मे शिवप्रसाद सेमवाल देहरादून के घंटाघर पर स्थित इंद्रमणि बडोनी की मूर्ति के नीचे 3 दिन उपवास पर बैठे।

 इस पर सरकार थोड़ा सा और झूकी और ग्रेड पे को लेकर बैठक की।लेकिन  मीटिंग में कोई फैसला न होने पर छुब्ध  होकर भी उत्तराखंड  क्रांति दल के सेमवाल के नेतृत्व में जुलाई मे मुख्यमंत्री आवास कूच का कार्यक्रम रखा गया।

 पुलिस ने उत्तराखंड क्रांति दल के नेताओं शिवप्रसाद सेमवाल सहित आधा दर्जन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करके मुकदमे दर्ज कर दिया।

 इसके बाद पुलिस के परिजन भी उग्र हो गए। उत्तराखंड क्रांति दल लगातार पुलिस परिजनों के आंदोलन में शरीक है।

 इससे पहले भी गांधी पार्क धरने प्रदर्शन में उत्तराखंड क्रांति दल की सक्रिय भागीदारी रही है।

यूकेडी नेता नरेश बौठियाल  ने कहा कि यदि सरकार पुलिस कर्मियों की जायज मांगों को नहीं मानती तो इस आंदोलन को जन आंदोलन में तब्दील किया जाएगा और पूरे राज्य के जिला मुख्यालय पर आंदोलन किया जाएगा, जिसका खामियाजा सरकार को आगामी चुनाव में भुगतना पड़ेगा।

आंदोलन मे उत्तराखंड क्रांति दल और से यूकेडी नेता नरेश बौठियाल, मुख्य प्रवक्ता शांति भट्ट, युवा मोर्चा अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट ,महिला मोर्चा की कार्यकारी अध्यक्ष  किरन रावत ,मीनाक्षी सिंह, पंकज बेलवाल, राजेंद्र प्रधान , शकुंतला रावत सीमा रावत, प्रमोद डोभाल आदि दर्जनों पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल थे।