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श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल देहरादून में अत्याधुनिक कॉर्डियोलॉजी का उत्तराखण्ड राज्य में पहला सफल प्रोसीजर

भूपेन्द्र लक्ष्मी

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में अत्याधुनिक कॉर्डियोलॉजी का उत्तराखण्ड राज्य में पहला सफल प्रोसीजर
 इम्पैला प्रोसीजर मॉर्डन कॉडियोलॉजी उपचार की विश्वस्तरीय देन
 इम्पैला प्रोसीजर देश दुनिया के कुछ चुनिंदा नामचीन अस्पतालों में ही उपलब्ध
 अब उत्तराखण्ड के मरीजों को आधुनिक हार्ट प्रोसीजर के लिए दिल्ली और मुम्बईं में नहीं जाना होगा
देहरादून: श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में कॉर्डियोलॉजी उपचार की अत्याधुनिक तकनीकों के उपचार में एक और उल्लेखनीय व विश्वस्तरीय उपलब्धि जुड़ गई है।
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के वरिष्ठ ह्दय रोग विशेषज्ञों की टीम की देखरेख में 74 वर्षीय मरीज़ की इम्पैला प्रोसीजर से हार्ट का उपचार कर नया जीवन दिया है। इम्पैला प्रोसीजर की सुविधा अभी तक केवल दिल्ली,एनसीआर सहित देश व दुनिया के बड़े नामचीन अस्पतालों में ही उपलब्ध थी।
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में हार्ट उपचार का इम्पैला प्रोसीजर उपलब्ध होने के बाद उत्तरखण्ड के मरीजों को देहरादून से अन्य राज्यों में जाकर उपचार करवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह जानकारी श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के कॉर्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर एवम् विभागाध्यक्ष डॉ (कर्नल) सलिल गर्ग ने दी।
74 वर्षीय सेवानिवृत आर्मी ऑफिसर को लंबे समय से हार्ट सम्बन्धित परेशानी थी। हार्ट बीमारी की वजह से मरीज़ के हार्ट की पंपिग धीमी हो गई थी। मेडिकल भाषा में इस बीमारी को सिवियर हार्ट डिसफंक्शन विद कॉरोनरी आर्टरी डिसीस कहते हैं। इस बीमारी के प्रभाव से मरीज़ के दिल का धड़कना बंद भी हो सकता है।
एडवांस सेन्टर मेडिकल विशेषज्ञ नई तकनीक के उपचार के लिए इम्पैला प्रोसीजर का प्रयोग करते हैं। इस प्रोसीजर में बैलून व अन्य आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल कर हार्ट की पंपिंग को सामान्य किया जाता है। 4 घण्टे तक चले सफल प्रोसीजर के बाद मरीज़ को नया जीवन मिला है। प्रासीजर के बाद मरीज़ के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हुआ व मरीज़ को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के सभी डॉक्टरों व नर्सिंग स्टाफ ने कॉर्डियालॉजी टीम को इस उपलब्धि पर बधाई दी।
प्रोसीजर को सफल बनाने में डॉ सलिल गर्ग के मागदर्शन में हुए प्रोसीजर में डॉ साहिल महाजन, डॉ ऋषा शर्मा एवम् डॉ तनुज भाटिया का विशेष सहयोग रहा।

डॉ (कर्नल) सलिल गर्ग ने जानकारी दी कि श्री महंत इन्दिरेश अस्तपताल का कॉर्डियोलॉजी विभाग में कई विश्वविस्तरीय तकनीकों को शामिल किया गया है। कॉर्डियोलॉजी विभाग में 2 डीएम सीटें भी बेहतर स्वास्थ्य सेंवाओं का परिणाम है। हर महीने अस्पताल के कॉर्डियोलॉजी विभाग में 500 से अधिक छोटे-बड़े हार्ट प्रोसीजर किये जा रहे हैं।

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में आयुष्मान, ईसीएचएस, सीजीएचएस, ईएसआईसी, गोल्डन कार्ड व हेल्थ इंश्योरेंके अन्तर्गत हार्ट उपचार की सुविधा उपलब्ध है।