uttarkhand

सीएम धामी के निर्देश पर वित्त ने बढ़ाई डीए व बोनस की पत्रावली

देहरादून। प्रदेश के एक लाख से अधिक सरकारी कर्मचारियों को दीपावली से पहले बोनस और महंगाई भत्ते में वृद्धि के रूप में राहत मिल सकती है। वित्त विभाग ने इस संबंध में पत्रावली को उच्च अनुमोदन के लिए बढ़ा दिया है। बुधवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक में भी इस संबंध में प्रस्ताव रखा जा सकता है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से गत 18 अक्टूबर को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अरुण पांडेय के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने भेंट की थी। प्रतिनिधिमंडल ने दीपावली पर्व पर महंगाई भत्ते को बढ़ाने और बोनस भुगतान की मांग की थी।

उन्होंने मुख्यमंत्री को यह भी बताया था कि केंद्र सरकार अपने कार्मिकों के लिए महंगाई भत्ते में तीन प्रतिशत की वृद्धि कर इसे 50 प्रतिशत से 53 प्रतिशत कर चुकी है। परिषद ने 25 अक्टूबर तक राज्य कार्मिकों के महंगाई भत्ते में तीन प्रतिशत की वृद्धि करने, अक्टूबर माह का वेतन और राज्य सरकार के ग्रुप-बी और ग्रुप-सी के अराजपत्रित कर्मचारियों को दीपावली बोनस भुगतान करने की मांग की थी।

मुख्यमंत्री धामी ने परिषद की मांगों पर कार्यवाही का विश्वास दिलाते हुए वित्त विभाग को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए थे। इन निर्देशों के क्रम में वित्त विभाग ने पत्रावली का मूवमेंट शुरू कर दिया है। इस संबंध में पत्रावली को उच्च अनुमोदन के लिए बढ़ाया गया है। वित्त सचिव दिलीप जावलकर ने पत्रावली को बढ़ाने की पुष्टि की।

देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने सोमवार को राजभवन में पावन चिंतन धारा आश्रम संचालित ‘प्रोजेक्ट यूपीएससी’ शुरू किया। राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश के युवाओं में विशेषकर बालिकाओं में असीमित प्रतिभा है। वे संसाधनों के अभाव में अपना प्रशासनिक अधिकारी बनने का सपना पूरा करने से न रह जाएं, उनके लिए यह प्रोजेक्ट बहुत ही मददगार साबित होगा।

इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि इस प्रोजेक्ट में बालिकाओं को विशेष रुप से प्राथमिकता दी जाएगी, जिससे वे सिविल सेवाओं की तैयारी कर इस क्षेत्र में भी अपना परचम लहरा सकेंगी। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि अनुशासन, आत्मविश्वास और दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है।

राज्यपाल ने कहा कि हमारे प्रदेश में ऐसे बहुत से बच्चे हैं, जिनमें बहुत प्रतिभा हैं। उनके सपनों को आकार देने के लिए मार्गदर्शन की बहुत बड़ी आवश्यकता है। यह बहुत ही खुशी की बात है कि सिविल सेवा के अहम क्षेत्र में उत्तराखंड के युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए इस संस्था ने पहल की है।