चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है। मात्र 11 दिनों में 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करा लिया है। केदारनाथ के लिए सर्वाधिक 3.28 लाख बदरीनाथ के लिए 3 लाख गंगोत्री के लिए 1.85 लाख और यमुनोत्री के लिए 1.79 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। हेमकुंड साहिब के लिए 13 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है।
चारधाम यात्रा में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है। मात्र 11 दिन में रविवार शाम पांच बजे तक 10,09,271 श्रद्धालु ने पंजीकरण करा लिया। केदारनाथ के लिए सर्वाधिक 3,28,817 और बदरीनाथ के लिए 3,02,253 पंजीकरण हुए। जबकि गंगोत्री के लिए 1,85,392 और यमुनोत्री के लिए 1,79,796 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया। वहीं, हेमकुंड साहिब की यात्रा में शामिल होने के लिए 13,013 श्रद्धालु पंजीकृत हुए।
राज्य में आगामी 30 अप्रैल से शुरू हो रही चारधाम यात्रा में उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए 20 मार्च को आनलाइन आधार आधारित पंजीकरण शुरू किया था। जिससे कि श्रद्धालुओं को बिना किसी असुविधा के अपनी पंजीकृत तिथि पर दर्शन लाभ प्राप्त हो।
पर्यटन विभाग ने इस साल पहली बार आधार कार्ड से लिंक पंजीकरण शुरू किया है। ताकि यात्रियों की निगरानी हो सके और उन्हें अधिक से अधिक सुविधा दी जा सके। यूटीडीबी के संयुक्त निदेशक और चारधाम यात्रा के नोडल अधिकारी योगेंद्र गंगवार ने बताया कि श्रद्धालुओं का आधार प्रमाणीकरण होने के बाद ही पंजीकरण किया जा रहा है। आने वाले दिनों में पंजीकरण की संख्या में और भी अधिक इजाफा होगा।
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलेंगे। जबकि दो मई को केदारनाथ और चार मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट धाम के खुलने के साथ यात्रा पूर्ण स्वरूप में शुरू हो जाएगी। आखिर में 25 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुलेंगे। केदारनाथ के श्रद्धालुओं की संख्या सर्वाधिक होने से दो मई से राज्य में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ में इजाफा देखने को मिलेगा।
चारधाम यात्रा के लिए वेबपोर्टल (registrationandtouristcare.uk.gov.in) के माध्यम से अब तक 9,82,138 पंजीकरण हुए। जबकि मोबाइल एप (Tourist care uttarakhand) पर 27,133 श्रद्धालु ने पंजीकरण कराया। वहीं, यात्रा के लिए 12,023 निजी वाहन और चार व्यवसायिक वाहन पंजीकृत हुए।
चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की समस्याओं का 24 घंटे समाधान करने के लिए पर्यटन विभाग ने पंजीकरण के साथ-साथ टोल फ्री नंबर (0135-1364) में जारी किया था।। जिसमें अब तक 6,832 लोगों की समस्या का समाधान किया गया है।