देहरादून: उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को एक 19 वर्षीय राष्ट्रीय स्तर की जूडोका द्वारा प्रशिक्षण के दौरान यौन उत्पीड़न के आरोपों से संबंधित उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के एक कोच के खिलाफ दायर याचिका को स्वीकार कर लिया। मामले की अगली सुनवाई सोमवार को वरिष्ठ न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी और न्यायमूर्ति सुभाष उपाध्याय की पीठ के समक्ष निर्धारित की गई है। देहरादून निवासी याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि 12 मार्च को आरोपी उसे अपने फार्महाउस में ले गया, उसे बंधक बनाया और मालिश करने के बहाने उसका यौन उत्पीड़न किया। उसने यह भी आरोप लगाया कि जब उसने उसका विरोध किया तो उसने उसका करियर बर्बाद करने और भोपाल में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने से रोकने की धमकी दी। इसके बाद पीड़िता ने 28 अप्रैल को देहरादून के रायपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसे बाद में मुरादाबाद के भोजपुर थाने में स्थानांतरित कर दिया गया। एथलीट ने आरोप लगाया कि इस घटना ने उसके प्रदर्शन को प्रतिकूल रूप से प्रभावित किया, जिसके परिणामस्वरूप वह प्रतियोगिता से बाहर हो गई। याचिका में जांच समिति गठित करने और आरोपी के खिलाफ उचित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए अदालत के हस्तक्षेप की मांग की गई है। जूडोका सात साल से देहरादून में प्रशिक्षण ले रही थी। पिछले वर्ष भोपाल प्रतियोगिता के लिए चयन के बाद, उसके कोच, जिसे पहले आरोपी ने प्रशिक्षण दिया था, ने उसे मुरादाबाद में प्रशिक्षण लेने का निर्देश दिया।
