इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के स्वागत को सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रधानमंत्री शीतकालीन यात्रा को प्रोत्साहन देने के लिए मुखवा आ रहे हैं। उत्तराखंड के लिए प्रधानमंत्री मोदी का महत्व बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री वर्ष 2013 की आपदा के बाद केदारनाथ आए तो वहां तीर्थ यात्रियों की संख्या बढ़ गई।
इसके बाद वह माणा व आदि कैलाश आए तो वहां भी श्रद्धालुओं व पर्यटकों की संख्या में वृद्धि देखने को मिली। इन्वेस्टर्स समिट में प्रधानमंत्री आए तो साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये के पूंजी निवेश को एमओयू हुए।
प्रधानमंत्री के हाथों राष्ट्रीय खेलों का शुभारंभ भी राज्य के लिए सौभाग्यशाली रहा और देवभूमि खेल गतिविधियों के बड़े केंद्र के रूप में सामने आई। अब प्रधानमंत्री मुखवा आएंगे तो शीतकालीन यात्रा को पंख लगेंगे।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी डा. मेहरबान सिंह बिष्ट से प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरे को लेकर की जा रही तैयारियों की विस्तार से जानकारी ली और प्रधानमंत्री की यात्रा को अविस्मरणीय बनाने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए।
इस मौके पर गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे, अपर पुलिस महानिदेशक वी. मुरुगेशन, एसपी सरिता डोबाल, सीडीओ एसएल सेमवाल, एडीएम पीएल शाह, डीएफओ डीपी बलूनी, एसई लोनिवि हरीश पांगती आदि मौजूद रहे।
अब महाशिवरात्रि पर 26 फरवरी को आ सकते हैं प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शीतकालीन यात्रा पर 27 फरवरी को उत्तराखंड आने के प्रस्तावित कार्यक्रम में बदलाव के आसार हैं। भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी के अनुसार मौसम विभाग ने 27 फरवरी को उत्तरकाशी जिले में वर्षा, बर्फबारी की संभावना जताई है।
इसे देखते हुए प्रधानमंत्री अब 26 फरवरी को शीतकालीन यात्रा पर यहां आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का आधिकारिक कार्यक्रम मिलने के बाद ही इस संबंध में स्थिति साफ हो सकेगी।