एक्सक्लूसिव

ट्रैफिक कर्मीयों की घोर लापरवाही पर आयोग के अध्यक्ष वी. के. बिष्ट गंभीर डीजीपी उत्तराखंड को नोटिस जारी कर मांगा जवाब

भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी 

सम्पूर्ण मामला इस प्रकार हैं कि सामाजिक कर्तव्यों का निर्वहन कर अपनी जागरूकता दिखाते हुए एक छात्र वैभव द्वारा मानवाधिकार आयोग उत्तराखंड में शिकायत दर्ज करवाते हुए निवेदन किया गया कि देहरादून में ट्रैफिक कर्मियों की घोर लापरवाही से कभी भी दुर्घटना हो सकती हैं क्योंकि देहरादून में अधिकतर चौराहों तिराहों आदि पर जहां-जहां पर ट्रैफिक लाईटे लगी हुई हैं,वहा कई लोग हरी लाईट के बाद रुकने हेतु लाल लाईट होने के बावजूद भी रुकते नही हैं और घोर लापरवाही बरत चलते ही चले जाते हैं और देखा गया हैं कि उस स्थान पर मौके पर ट्रैफिककर्मी ड्यूटी पर मौजूद भी हैं परंतु वह लाल लाईट का उल्लंघन करने वालों को रोकता नही हैं जबकि दूसरी तरफ से जहा ट्रैफिक चलने हेतु हरी लाईट हो गयी हैं उधर का ट्रैफिक भी शुरू हो जाता हैं, जिस कारण कभी भी गम्भीर दुर्घटना हो सकती हैं।
विशेष बात यह हैं कि लाल बत्ती होने के बावजूद जो लोग अपने वाहनों को लाल बत्ती पर ना रोक कर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं उन्हें ट्रैफिक कर्मियों द्वारा शायद यह सोचकर इसलिए नहीं रोका जाता होगा कि अब तो सीसीटीवी कैमरे लग गए हैं और जो भी ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करेगा चालान उसके घर पहुंच जाएगा परंतु ट्रैफिक कर्मियों को इस तरह की घोर लापरवाही न बरत इन ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों को रोक कर मौके पर ही इन के विरुद्ध कार्यवाही करनी चाहिये क्योंकि ऐसे ही लोग दुर्घटना का कारण बनते हैं ।
छात्र वैभव ने अपने प्रार्थना पत्र में निवेदन किया गया कि शिकायत का विषय अत्यन्त ही गम्भीर हैं इसलिए जनहित में तत्काल कार्यवाही करने की कृपा करें।

 

 

 

 

 

 

 

मानव अधिकार आयोग उत्तराखंड के अध्यक्ष न्यायमूर्ति विजय कुमार बिष्ट द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए शिकायत की तत्काल सुनवाई करते हुए पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड को नोटिस जारी कर सुनवाई की अगली नियत तिथि 07-07-2021 से पूर्व आयोग के समक्ष आख्या प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया।