देहरादून। मानसून सीजन में आइएसबीटी का पूरा क्षेत्र जलभराव की गंभीर समस्या से जूझने लगता है। आईएसबीटी फ्लाईओवर की माजरा की तरफ वाली सर्विस लेन स्विमिंग पूल की तरह नजर आने लगती है।इस क्षेत्र को जलभराव से बचाने के लिए जिलाधिकारी बंसल ने स्वयं को एक इंजिनियर के रूप में पेश किया। उन्होंने जलभराव को दूर करने के लिए वाटररूट डिजाइन किया और इसके अनुसार अधिकारियों को कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मानसून सीजन में आइएसबीटी क्षेत्र में जलभराव नहीं होना चाहिए।
मंगलवार को विकास भवन सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी/सीईओ स्मार्ट सिटी ने ग्रीन बिल्डिंग के निर्माण की धीमी चाल पर नाराजगी व्यक्त की। साथ ही उन्होंने कहा कि आपत्ति जताई कि वर्क प्लान के अनुसार प्रस्तुतीकरण क्यों नहीं दिया जा रहा है। उन्हें इस बात पर भी कड़ा एतराज किया की ग्रीन बिल्डिंग के निर्माण की टाइमलाइन किसने तय की है। क्योंकि, इसमें निर्देशित समय अवधि से दो माह का और विलंब करते हुए दस्तावेज में इसे दर्ज कर दिया गया। जिलाधिकारी ने स्मार्ट सिटी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देश दिए कि वह निर्माण की प्रगति की निरंतर मॉनिटरिंग करें।
114 कैमरे हैं बंद
पुलिस के कैमरे एकीकृत न होने पर नाराजगी
जिलाधिकारी ने लाइट की डीपीआर तथा पुलिस के कैमरे स्मार्ट सिटी संग एकीकृत न होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए एक सप्ताह में पुलिस के सीसीटीवी कैमरों को स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम से एकीकृत रूप में संचालित करने को कहा।
सुंदरीकरण पर निर्देश
स्मार्ट सिटी के अंतर्गत चौराहों के सुंदरीकरण एवं चौड़ीकरण कार्यों की समीक्षा भी जिलाधिकारी सविन बंसल ने की। इसके अलावा स्मार्ट सिटी के अंतर्गत स्मार्ट स्कूलों में क्लास के संचालन में तकनीकी रखरखाव एंव मरम्मत कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया न करने पर नाराजगी जाहिर की गई। जिलाधिकारी ने तत्काल समिति बनाते हुए टेंडर प्रक्रिया संचािलत करने के निर्देश दिए।