देहरादून के दून अस्पताल की नई ओपीडी का पांच मंजिला भवन अव्यवस्थाओं से भरा हुआ है, भवन के तीन तलों पर पेयजल व्यवस्था नहीं है, हर तल पर सार्वजनिक शौचालय है परंतु उन पर लगे हैं ताले,दीवारें बनी हुई है पीकदान
इस संवाददाता ने उपरोक्त मामले में मानवाधिकार आयोग उत्तराखंड में जनहित याचिका दायर कर निवेदन किया गया कि “देहरादून के दून अस्पताल की नई ओपीडी का भवन पांच मंजिला है, पांचवें तल पर दून राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और दून अस्पताल के सीएमएस का कार्यालय, प्रशासनिक भवन भी है।
यह कि यहां आने वाले लोगों की सुविधा के लिए हर तल पर सार्वजनिक शौचालय तो बने हैं, लेकिन उनमें ताले लटके हैं। यह कि दीवारें पीकदान बनी हैं,भवन में तीन तलों पर पेयजल की व्यवस्था नहीं है।
प्रथम तल पर गायनी की ओपीडी समेत कई प्रमुख विभाग हैं। तल पर गर्भवती महिला और महिला मरीजों का आना-जान ज्यादा होता है। यहां शौचालय तो खुला है, लेकिन पीने की पानी की व्यवस्था नहीं है,वाटर कूलर नहीं होने से मरीजों और तीमारदारों को दूसरी जगह जाकर प्यास बुझानी पड़ती है।
यह कि द्वितीय तल पर भी शौचालय में ताला लटका हुआ है,वाटर कूलर और आरओ लगा मिला, लेकिन पानी की बूंद नहीं है जिस कारण मरीज और उनके तीमारदार परेशान रहते हैं l, इसी तल पर हड्डी रोग विभाग की ओपीडी के अलावा बाल रोग विशेषज्ञ और ईएनटी विशेषज्ञ बैठते हैं।
तृतीय तल पर जनरल मेडिसिन विभाग और टीबी चेस्ट और सेंट्रल लैब बनी है अमूमन सबसे ज्यादा मरीजों की ओपीडी यहीं होती है यहां पर शौचालय की स्थिति सफाई ना होने बहुत ही ज्यादा खराब है,शौचालय की बदबू के कारण लोग शौचालय का इस्तेमाल करने से बचते है।
यह कि पंचम तल पर मेडिकल कॉलेज, अस्पताल का प्रशासनिक भवन है,चिकित्सा अधीक्षक और प्राचार्य का कार्यालय यही हैं। यदि किसी मरीज या तीमारदार को कोई समस्या होती है तो वह यहां आता है,परंतु यहां के शौचालय पर भी ताला लटका है। आसपास गंदगी फैली है। पेयजल के लिए आरओ और वाटर कूलर लगा है, लेकिन पानी की एक बूंद तक नहीं है।
इतनी अव्यवस्थाएं होने के बावजूद सीएमएस दून अस्पताल डॉ.अनुराग अग्रवाल का कहना है कि मरीजों और तीमारदारों की जनसुविधाओं का ध्यान रखा जाता है। शौचालय और पेयजल की हर जगह व्यवस्था की गई है। यदि फिर भी कहीं कोई दिक्कत है तो उसे दुरुस्त कराया जाएगा साफ सफाई के संबंध में निर्देशित किया जाएगा।
ओपीडी के प्रथम तल पर आरओ तो लगा है लेकिन वाटर कूलर गायब है”।
अत: माननीय महोदय जी से निवेदन हैं कि शिकायत का विषय बहुत ही गंभीर और पीड़ित मरीजों ओर उनके तीमारदारों के मानवाधिकारों के उल्लंघन से जुड़ा हुआ है, इतनी अव्यवस्थाएं होने के बाद भी सीएमएस दून अस्पताल डॉ.अनुराग अग्रवाल का कहना है कि मरीजों और तीमारदारों की जनसुविधाओं का ध्यान रखा जाता है,इसलिए जनहित में रिपोर्ट तलब करने की कृपा कर शासन स्तर पर अधिकारियों को कार्यवाही हेतु निर्देशित करने की कृपा करें क्योंकि अस्पताल प्रशासन वाले लीपापोती कर सकते है, कृपया कर तत्काल कार्यवाही करने की कृपा करें।
मानवाधिकार आयोग के सदस्य आईपीएस राम सिंह मीना द्वारा जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए प्राचार्य, दून मेडिकल कॉलेज,देहरादून को नोटिस जारी कर आदेश जारी किए गए।
आदेश-
शिकायतकर्ता भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी ने दून चिकित्सालय की नई ओपीडी के पांच मंजिला भवन में अव्यवस्था होने, भवन के तीनों तलों पर पेयजल व्यवस्था न होने, हर तल पर सार्वजनिक शौचालयों में ताले लगे होने के सम्बन्ध में शिकायत प्रस्तुत की है।
शिकायत की प्रति प्राचार्य, दून मेडिकल कॉलेज, देहरादून को भेजी जाये कि वे इस सम्बन्ध में अपनी आख्या आगामी दिनांक से पूर्व आयोग के समक्ष प्रस्तुत करें।
विदित हो कि आयोग के उपरोक्त आदेश की अपेक्षानुरूप कार्यवाही न किये जाने की स्थिति में आयोग द्वारा विचारोपरान्त यथोचित आदेश पारित कर दिये जायेंगे।