रुद्रप्रयाग, केदारनाथ धाम में रविवार को यूकाड़ा अधिकारी की दर्दनाक मौत हो गई। हेलीकॉप्टर में बैठते समय हेलीकॉप्टर के पीछे वाले पंखे की चपेट में आने यूकाडा के अधिकारी की मौत हो गई है। घटना के बाद केदारनाथ में मातम पसर गया। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी।
रविवार को लगभग पौने दो बजे केदारनाथ धाम में यूकाड़ा की टीम निरीक्षण करने के बाद वापस लौट रही थी। आगामी 25 अप्रैल से हेली सेवाएं शुरू होनी है। डीजीसीए की टीम निरीक्षण कर चुकी है, यूकाड़ा की टीम भी केदारनाथ धाम में निरीक्षण कर वापस लौट रही थी।
टीम में यूकाड़ा के तीन अधिकारी व जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे मौजूद थे। यह सभी वापस लौट रहे थे, इस बीच हेलीकॉप्टर बैठने के लिए आए, लेकिन अचानक यूकाडा अधिकारी हेली के पिछले पंखे की चपेट में आ गए, जिससे उनका सर कट गया और मौके पर ही मौत हो गई।
मृतक यूकाडा के वित्त नियंत्रक अमित सैनी निवासी हरिद्वार है। बताया गया कि यह हेलीकॉप्टर क्रिस्टल एविएशन कंपनी का था। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि यह घटना की यूकाड़ा जांच कर रहा है, अभी तक प्रशासन द्वारा किसी जांच के निर्देश नहीं दिए हैं। वहीं पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे ने बताया कि घटना के कारणों की जानकारी जुटाई जा रही है। जबकि शव का पंचमाना भरते हुए पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी।
घटनाक्रम विस्तार से-
- घटना का समय- दोपहर 1.45 के लगभग बताया जा रहा है।
- यूकाड़ा के अधिकारी अमित सैनी हेली सेवाओं के निरीक्षण के लिए अपने तीन अन्य साथियों के साथ केदारनाथ गए हुए थे, केदारनाथ में हेलीकॉप्टर में बैठते समय वह हेलीकॉप्टर की पीछे की साइड चले गए, यहां पर पीछे की ओर लगे पंखे की चपेट में आने से उनका सिर कट गया, जिससे मौके पर ही मौत हो गई।
- किस की लापरवाही? लापरवाही जांच के बाद ही स्पष्ट होगी, यूकाड़ा अधिकारी के हेलीकॉप्टर की पीछे की ओर जाना गलत बताया जा रहा है।
- हेलीकॉप्टर ने लैंड कर लिया था और यूकाड़ा के अधिकारियों को लेने के बाद वापस गुप्तकाशी जाना था। इस बीच यह दुर्घटना हुई। हेलीकॉप्टर स्टार्ट था। दो अन्य लोग हेलीकॉप्टर में बैठ गए थे।
- पंख चल रहे थे या नहीं? घटना के दौरान हेलीकॉप्टर स्टार्ट द्वारा पंखे तेज गति से चल रहे थे।
- हेलीकॉप्टर के दरवाजे अंदर व बाहर दोनों साइड से खुल सकते हैं।
केदारनाथ में हेलीकॉप्टर स्टार्ट रहते ही सवारी उतरते की अनुमति है, आम तौर पर हेलीकाप्ट बंद होने पर ही सवारी उतरती है। हेलीकॉप्टर बंद होने में तीन मिनट तक का समय लगता है।