खुलासा

खुलासा: जिस वाहन के दुर्घनाग्रस्त होने से 6 लोगों की जान गई वह फिटनैस ना होने एवं कई अन्य कमियों के बावजूद परिवहन विभाग की घोर लापरवाही से सड़कों पर दौड़ रहा था

भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी

समस्त वाक्या इस प्रकार हैं कि दिनांक 25.05.2022 को मैक्स गाड़ी नंबर UK-10TA-0564 हरिद्वार से गंगोत्री जा रही थी।
उक्त गाड़ी समय 15:30 बजे करीब कोटी गाड निकट कमान्द गंगोत्री मार्ग पर मैक्स गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। जिसमें सवार 06 व्यक्तियों की मौके पर मृत्यु हो गयी।

वीडियों-

मृतकों का विवरण निम्नवत है-
1. प्रदीप दास पुत्र गणेश दास निवासी- 47 श्याम रोड नेथाई 24 परगना वेस्ट बंगाल उम्र 47 वर्ष
2. नीलेश भुनिया पुत्र मदन मोहन भुनिया निवासी -19 श्रीनगर न्यू गेरिया थाना सोनारपुर पचसियार कोलकाता उम्र 23 वर्ष
3. मदन मोहन भूनिया पुत्र हरिपद भूनिया निवासी -उपरोक्त उम्र 61 वर्ष
4. झुमुर भूनिया पत्नी मदन मोहन भूमिया निवासी- उपरोक्त उम्र 59 वर्ष
5. देवमाल्या देव नाथ पुत्र स्वर्गीय नीमाई चंद्र देवनाथ निवासी- बेडकपुर वेस्ट बंगाल उम्र 43 वर्ष
6. चालक आशीष पुत्र प्रेमदास निवासी- ग्राम मुखमा भटवाड़ी जनपद उत्तरकाशी उम्र 32 वर्ष

इस संवाददाता द्वारा दिनाँक 25-5-2022 इस दुर्घटना की ख़बर को प्रकाशित भी किया गया था।

इस संवाददाता ने  RTO VEHICLE INFORMATION App पर उपरोक्त UK-10TA-0564 वाहन के बारे में ख़बर प्रकाशित करने के बाद उसी समय उसकी जानकारी ली गयी तो बहुत ही चौंकाने वाली जानकारी प्राप्त हुई कि-

(1)- वाहन का परमिट की मियाद 09 मार्च वर्ष 2021/ 09-3-2021 को ही समाप्त हो चुकी हैं,जिसे एक वर्ष से भी ऊपर का समय हो गया हैं।

(2)- वाहन की फिटनैस की मियाद 18 मार्च वर्ष 2021/ 18-3-2021 को ही समाप्त हो चुकी हैं,जिसे एक वर्ष से भी ऊपर का समय हो गया हैं।

(3)- वाहन के टैक्स की मियाद 18 मार्च वर्ष 2021/ 30-11-2021 को ही समाप्त हो चुकी हैं,जिसे लगभग 6 माह का समय होने वाला हैं ।

यह कि उपरोक्त वाहन समस्त कमियों के चलते भी लगभग 1 वर्ष से ऊपर के समय से पहाड़ी सड़कों पर सवारियां लेकर दौड़ रहा था, तथा सबसे मुख्य कमी वाहन में फिटनेस ना होने की है पहाड़ों पर चलने वाली गाड़ी की फिटनेस अगर समय पर ना हो तो कैसे पता लगेगा कि गाड़ी में क्या-क्या कमियां है बड़ा सवाल यह है कि परिवहन विभाग और पुलिस विभाग ने क्या कभी इस बिना टैक्स के बिना परमिट के और बिना फिटनेस के दौड़ रहे वाहन की चेकिंग नहीं की परन्तु इसमें सबसे बड़ी लापरवाही परिवहन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की है, जिनकी लापरवाही के कारण 6 निर्दोष लोगों की जान चली गई।
उपरोक्त मामले में इस संवाददाता द्वारा इस मामलें में उच्चस्तर पर शिकायतें की जा रही है, क्योंकि परिवहन विभाग के लापरवाह जिम्मेदारों के विरुद्ध कार्यवाही की बात तो सुनने में आ रही है परंतु विभागीय उच्च-अधिकारी अपने लापरवाह जिम्मेदारों को बचाने की कोशिश कर सकते हैं।