भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी
एसटीएफ उत्तराखंड की राज्य गठन उपरांत गैंगस्टर अधिनियम 1986 के अंतर्गत अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही यशपाल तोमर की एक सौ त्रिपन करोड़ की चल अचल सम्पत्ति की कुर्की विधिवतआदेश करवा कर की गई,अचल व चल संपत्ति लक्सरी वाहन में बुलेटप्रूफ फॉर्च्यूनर आदि हैं,आदेश में संबंधित तहसीलदार हरिद्वार,दादरी,बड़ौत, लोनी व पूर्वी दिल्ली को प्रशासक नियुक्त किया गया हैं।
यशपाल तोमर द्वारा प्रोपर्टी के धंधे की शुरुआत वर्ष 2011-12 में प्रॉपर्टी डीलर के माध्यम से उत्तर प्रदेश के दादरी के चिटहेरा गाँव में अपनी एंट्री करके की गई। उसके बाद सफेदपोश नेता से जुड़ जाने के बाद गाँव के अनुसूचित जाति (एससी)पट्टों का एग्रीमेंट करना शुरू किया।
दादरी के चिटहेरा गांव का भूमि घोटाला एक बहुत बड़ा घोटाला था जिन भी अधिकारियों ने भू माफिया के खिलाफ कार्यवाही की योजना बनाई उसका ट्रांसफर हो गया इसलिए यह कार्य बदस्तूर चलता रहा।
एसटीएफ उत्तराखंड की भी भू माफिया के खिलाफ यह अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही है,परन्तु उत्तराखंड एसटीएफ के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर की एक स्वतंत्र जांच एजेंसी को भी सफेदपोशों (जो शायद चिटहेरा प्रकरण की तरह अधिकारी नेता और पत्रकार भी हो सकते हैं) के गठजोड़ को बेनक़ाब करने के लिये इस मामले में जाँच ओर कार्यवाही करनी चाहिये क्योंकि माफियाओं के तार अन्य राज्यों के साथ उत्तराखंड में भी बड़े स्तर पर फैले हो सकते हैं।
उत्तराखण्ड स्पेशल टास्क फोर्स की कार्यवाही लगातार जारी हैं,विभिन्न टीमें कुर्क वाहनों और आदेश की तामील को उत्तर प्रदेश,दिल्ली रवाना की गई हैं।