भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी
नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने संभाला विधिवत चार्ज ।
अशोक कुमार द्वारा कहा गया कि पुलिस की समस्याओं के समाधान के लिए पुलिस जन शिकायत प्रकोष्ट खोला गया IG रैंक के अधिकारी की होगी तथा अब लोग साइबर से संबंधित शिकायत किसी भी थाने में दर्ज करवा सकते हैं पुलिस जीरो एफ आई आर दर्ज करेगी ।
नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक का बायोडाटा:-
आईपीएस अशोक कुमार बैच 1989 के अधिकारी हैं ।
एक महत्वपूर्ण सर्वे में अशोक कुमार को देश के चोटी के 25 कर्मठ आईपीएस अधिकारियों में शुमार माना गया तथा अशोक कुमार को पूर्व डीजीपी उत्तराखंड जे.एस पांडे द्वारा उत्तराखंड पुलिस के शाहजहां की संज्ञा दी गई l
शिक्षा-आईआईटी दिल्ली से बीटेक (Mech Engg) तथा M.Tech(Thermal Engg)
नियुक्तियां उत्तर प्रदेश-एएसपी(UT) इलाहाबाद- 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में विवादित ढांचा ध्वस्त किए जाने के फलस्वरूप इलाहाबाद में लगे कर्फ्यू के दौरान 10 दिन तक दिन रात बिना सोये कर्तव्य पालन किया l
पुलिस अधीक्षक शाहजहांपुर,बागपत, रामपुर,तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मैनपुरी एवं मथुरा के रूप में नियुक्ति l
नियुक्तियाँ उत्तराखंड- एडिशनल एसपी नैनीताल- 22 जनवरी 1994 को कुख्यात आंतकवादी हीरा सिंह गैंग के साथ 3 घंटे चली मुठभेड़ में दो आंतकवादियों को मार गिराया गया जिन से दो एके-47 राइफल एवं अन्य शस्त्र बरामद हुए उपरोक्त गैंग 100 से अधिक हत्याओं और आंतकी घटनाओं के लिए जिम्मेदार था l
एसपी चमोली- उत्तराखंड आंदोलन के दौरान चमोली के आसपास के जनपदों में हिंसा हुई जबकि चमोली में शांति बनी रहे उत्तराखंड गठन से पूर्व उत्तराखंड के 4 जनपदों जैसे उधमसिंह नगर चमोली हरिद्वार तथा नैनीताल में नियुक्त रहे।
एसएसपी हरिद्वार- अर्ध कुंभ मेला 2004 में हरिद्वार में कानून व्यवस्था की बड़ी समस्या को कुशलतापूर्वक संभाला, कांवड़ मेला के हुड़दंग को नियंत्रित किया पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अपराधिक माफिया (अपहरण,सुपारी किलिंग,रंगदारी भूमाफिया) जो उत्तराखंड बनने के बाद प्रदेश में जड़ें जमाना चाह रहा था उसका खात्मा किया l
डीआईजी पुलिस मुख्यालय- नया राज्य होने के कारण उत्तराखंड में ढांचागत सुविधाओं की अत्यंत कमी थी डीआईजी पुलिस मुख्यालय के रूप में पुलिस मुख्यालय पुलिस लाइन, पीएसी, पीटीसी तथा थाना,चौकियों के भवनों का नए डिजाइन के साथ निर्माण कराने तथा उत्तराखंड पुलिस के आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण योगदान हरिद्वार में मेलों के कुशल संचालन हेतु मेला कंट्रोल रूम का निर्माण कराया पूर्व डीजीपी श्री जे.एस पांडे द्वारा इन्हें उत्तराखंड पुलिस के शाहजहां की संज्ञा दी गई l
2007 से 2009 में पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परीक्षेत्र तथा पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं परिक्षेत्र के रूप में उत्तराखंड के समस्त जनपदों की समस्याओं को निकट से जाना और दोनों परिक्षेत्रों में सेवा देकर परीक्षेत्रीय नियुक्ति का अनुभव प्राप्त किया l
अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना एवं सुरक्षा, अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन, निदेशक अभियोजन तथा कमांडेंट जनरल होमगार्ड के रूप में महत्वपूर्ण सेवाएं दी l
निदेशक सतर्कता के रूप में लोक सेवकों में व्याप्त भ्रष्टाचार निवारण के लिए फाइट अगेंस्ट करप्शन की मुहिम चलाई जिसके तहत 2 वर्ष में लगभग 50 लोगों को जेल भेजा ।
वर्ष 2013 में केदारनाथ में आई आपदा के दौरान कालीमठ घाटी में राहत एवं पुनर्वास कार्य कराए, 14 गांव गोद लिए और कालीमठ मंदिर को भी बहने से बचाया l
दिनांक 1 जनवरी 2019 को महानिदेशक के पद पर पदोन्नति और महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था नियुक्त रहते हुए क्राइम वर्कआउट पीड़ित केंद्रित पुलिसिंग मानवीय पुलिसिंग पर विशेष ध्यान दिया जिसका कोरोना काल में साफ प्रभाव दिखा l
यू.एन. मिशन कोसोवो- यू.एन. मिशन कोसोवो में महत्वपूर्ण सेवाएं दी वहां पर वार क्राईम इन्वेस्टिगेशन यूनिट में टीम लीडर के रूप में सेवाएं दी जिसे हेतु यू.एन.मैडल एंड बार प्राप्त किया l
भारत सरकार में प्रतिनियुक्ति- 2010 में डीआईजी सीआरपीएफ के रूप में प्रतिनियुक्ति पर रहते हुए नक्सलवाद आंतकवाद को रोकने में महत्वपूर्ण योगदान किया l
आई.जी. एडमिन बीएसएफ के रूप में मुख्यालय प्रशासनिक भवनों व सीमा चौकियों के भवनों का नए डिजाइन के साथ निर्माण तथा उच्चीकरण कराकर सुविधा युक्त बनाया बल के कर्मियों के लिए कई महत्वपूर्ण कल्याणकारी योजनाओं को चलाया, अटारी वाघा बॉर्डर और हुसैनीवाला बॉर्डर पर होने वाली बीटिंग द रिट्रीट सेरेमनी देखने आने वाले दर्शकों के लिए बड़ी दर्शक दीर्घा का निर्माण कराया | आईजी बंगाल फ्रंटियर/ पंजाब फ्रंटियर के रूप में घुसपैठ एवं एंटीड्रग, एंटी टेररिस्ट गतिविधियों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया l
अलंकरण- PM 2006 ।
PPM 2013 ।
यूएन मिशन कोसोवो में महत्वपूर्ण सेवाएं देने हेतु यू.एन. मेडल एंड बार 2001
जी बी पंत अवॉर्ड द्वारा BPR & D-2010 फॉर खाकी में इंसान ।
आईआईटी दिल्ली Alumni Award -2017 फॉर आउटस्टैंडिंग कंट्रीब्यूशन टू नेशनल डेवलपमेंट ।
महाराणा प्रताप ट्रॉफी बीएसएफ 2014 फॉर बेस्ट ऑपरेशन फ्रंटियर as IG पंजाब फ्रंटियर ।
खाकी में इंसान- जी बी पंत अवॉर्ड द्वारा BPR & D-2010 – इस किताब में ग्रामीण परिवेश से उठकर आईआईटी दिल्ली से शिक्षा प्राप्त कर भारतीय पुलिस सेवा में आए एक अधिकारी द्वारा वास्तविक घटनाओं पर आधारित कहानियों के जरिए यह दर्शाने का प्रयास किया गया है कि अच्छी पुलिस व्यवस्था से सचमुच गरीबों असहाय लोगों की जिंदगी में फर्क लाया जा सकता है, इस पुस्तक में आज के समय के ज्वलंत मुद्दों जैसे आंतकवाद अमीर गरीब के बीच बढ़ती खाई महिलाओं के प्रति अपराध समय के साथ बदलते और टूटते हुए मानवीय मूल्य, भू माफियाओं का बढ़ता हुआ जाल अपराधियों के बढ़ते हुए हौसले आदि का सटीक एवं यथार्थ चित्रण किया गया है l
भारतीय पुलिस की जड़ें ब्रिटिश साम्राज्य की इंपीरियल पुलिस से निकली है, पुस्तक में थानों की कार्यप्रणाली में बदलाव लाकर जन समस्याओं की जड़ तक पहुंचने और पुलिस व्यवस्था को लोकतंत्र की आशंकाओं और अपेक्षाओं के अनुरूप बनाने के तौर-तरीकों का भी जीवंत उल्लेख किया गया है l
Extra curricular- Authored Books
1- Human in Khaki, & खाकी में इंसान Book is recipient of GB Pant award by BPR & D MHA ।
2- Challenges to internal Security of India ।
3- Cracking Civil Services-The Open Secret ।
4- Ethics Integrity &Aptitude ।
खेल:- बैडमिंटन टेनिस व हॉर्स राइडिंग में रुचि 45 प्लस श्रेणी में वर्ल्ड बैडमिंटन मास्टर चैंपियनशिप कनाडा एंड टर्की में भारत का प्रतिनिधित्व किया l नेशनल पुलिस बैडमिंटन चैंपियनशिप के ओपन सिंगल्स में उपविजेता रहे l उत्तराखंड पुलिस के हॉर्स राइडिंग शो का नेतृत्व किया साथ ही पुलिस कर्मियों को जंप टेंट पैंगिंग आदि के प्रशिक्षण में दक्ष किया l
विशेष- देहरादून मैराथन की शुरुआत की जिस में प्रतिवर्ष 20,000 बीस हज़ार लोगों ने प्रतिभाग किया l