भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी
दिल्ली से मुकदमे के संबंध में देहरादून आई महिला अधिवक्ता के साथ मारपीट एवं छेड़छाड़ की गई पीड़िता का कहना है कि एसडीएम कार्यालय में घुसकर बमुश्किल उन्होंने अपनी जान बचाई ।
शहर कोतवाली में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में महिला अधिवक्ता ने बताया कि वह एक केस के सिलसिले में अपने मुवक्किल का पक्ष रखने देहरादून की एस.डी.एम. कोर्ट में आई थी इसी दौरान दूसरे पक्ष के राजीव जैन उनके बेटे अक्षय जैन और एहसान नामक व्यक्ति ने उनको रोककर गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी दी और विरोध करने पर मारपीट करते हुए उनसे छेड़छाड़ कर लज्जा बंद करने की कोशिश की गई पुलिस द्वारा रिपोर्ट दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है । राजीव जैन पूर्व मुख्यमन्त्री हरीश रावत के सलाहकार बताए गए हैं महिला अधिवक्ता के अनुसार उनके मुवक्किल और राजीव जैन के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा है ।
सर न्याय दिलाने की कृपा करें,
हमारी परिवार की जान खतरे मे है, दिनांक 3 जून 2017 को सरकारी डाक ले कर थाना ष्रेम नगर दे कर आया, भारतीय सैन्य आकदमी की उस लेटर में वार्ड नः 4 मे 20 फीट नीचे खोदई कर पाईप लाईन डाली जा रही थी उसे रूकने के लिए थाना प्रेम नगर देहरादून ओर पुलिस प्रशासन को लिखा था,यह के सभासद दारा लोगों को जानबूझकर भडकया गया कि राज कुमार ने यहां काम रूकवाय है ओर पीने के पानी की पाईप लाईन काटवाई है, दिनांक 4 जून 2017 को लगभग 11 बजे दिन में मेरे घर मे घूसकर पत्नी गौरी बाई ओर बच्चों पर जानलेवा हमला करना, गली-गलौच जातिसूचिताशब्दों बुलाना ओर जान से मारने की धमकी देने वालों पर कोई कानूनी कार्यवाई नहीं हुई लिखित शिकयत मेडिकल देने के बाद भी F I R नहीं लिखी गई घर पर 30- 35 औरतों ओर आदमी गया । मेने पुलिस प्रशासन को फोन करने पर पुलिस पहुँची औरतें ओर आदमी यहां -वहाँ भागे। किसी तरहे जान बची । पुलिस प्रशासन ने मेरी पत्नी को थाना आ कर रिपोर्ट लिखने के लिए कहा । लगभग 5बजे मेडिकल ओर शिकायत दी । जब से यह घटना हुई है।हम आपने घर से बेघर है। पुलिस प्रशासन हमारी मदद नहीं कर रही है, सर मेरे ऊपर 107/116 धारा लगई गई जबकि दिनांक 4 जून 2017 को आपनी डुयूटी पर था, पैसे वालों व राजनैतिक पकड़ होने के कारण बचाया जा रहा है ,कोई कार्यवाई नहीं हो रही है, मेरी पत्नी ओर बच्चों को गली गलौच जातिसूचिता शब्दों बोलने वालों पर कोई कार्यवाई नहीं, दलित होने के कारण हमारा मनासिक उत्पीड़न व हत्याचार हो रहा है , जाँच भी बिना तत्थो की गई जिन्होंने गवाही दी या आरोप लगया बिना तत्थो से , कानून को हाथों मे लेकर मारपीट करने वालों पर कब कार्यवाई होगी , C O सिटी ,S P सिटी से मिलने के बाद भी कोई कार्यवाई नहीं, इसके बाद D M साहब से मिला लेकिन कोई सुनवाई या कार्यवाई नहीं हुई, कृपा कर जनहित मे उचित कार्यवाई करें, न्याय दिलाने का कष्ट करे , इसके बाद भी हमारे ऊपर बार बार हमले हुआ दिनांक 13/11/2017 ओर 29/12/2017 को, सर लिखित शिकायत करने के बाद भी उत्पीड़न व हत्याचार जारी है, सर दिनांक 4अगस्त 2018 को मा मुख्यमंत्री, उत्तराखंड ने टृर्वीटर के माध्यम से सज्ञान लिया ओर @SSP DEHRA DUN को उचित कार्यवाई करने के लिए टृर्वीट किया, पैसे वालों को बचाया जा रहा है कृपया न्याय दिलाने की कृपा करें हमें प्रताड़ित किया जा रहा है, भारतीय सैन्य आकदमी के प्रशासनिक अधिकारी ने दिनांक 5/10/2018 को D M DEHRA DUN ओर S P पुलिस प्रशासन उत्तराखंड देहरादून को पत्र लिखा इसके बाद भी कोई उचित कार्यवाई नहीं हुई लिपापोती का कार्य थाना प्रेम नगर देहरादून मे चाल रहा है,
इन सब के बाद DG L/O श्री अशोक कुमार जी ने एक कमेटी बनाई, उस के आधार पर FIR दर्ज हुई, कमेटी मे निम्न सदस्य थे,
1 (1) SP क्राईम प्रकाश चद (2) CO सिटी प्रथम चन्द्र शेखर सूयाल (3) दरोगा विजय सिंह (4) दरोगा आशा पंचम ।
दि:12/12/2019 मु,स,226/19 पर विविध धाराओं मे ओर SC ST एक्ट लगा,
जिन लोगों पर FIR दर्जे हुई उन्होंने
माननीय न्यायालय हाईकोर्ट उत्तराखंड नैनीताल मे अपील की दिनांक 17/12/2019 को जमानत के लिए, मा,न्यायालय ने जमानत नहीं दी,
जाँच अधिकारी CO सिटी प्रथम है, इन सब के बाद जाँच अधिकारी CO सिटी प्रथम ने F R लगा दी,दि:14/01/2020 को,
सर 30-31 महीनों के बाद FIR लिखी गई,उस घटना को गलत बताकर उन लोगों को बचाया जा रहा है,
पैसा, ताकत ओर राजनीति के बल पर मामला दबाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है,
हमें प्रताड़ित किया जाता रहेगा क्या,
हमारी आवाज दबाई जाती रहेगी क्या
आखिर सचचाई क्या छूपाई जा रही है,
दलितों पर हत्याचार होता रहेगा क्या,
यही न्याय हैं,
जनहित मे प्राथमिकता देकर कर सच्चाई उजागर होनी चाहिए,
गौरी बाई ,म0न0 115/बी, पुराना डाकघर प्रेम नगर देहरादून,