हरिद्वार,उत्तराखंड में तेज बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। हरिद्वार में कल रात से शुरू हुई बारिश का दौर अभी भी जारी है। लगातार हो रही बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ गया है और वह खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है। प्रशासन की ओर से गंगा के तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी है। पुलिस प्रशासन की ओर से लोगों से तटीय इलाकों में न जाने की मुनादी भी कराई गई है। इसी बीच स्कूलों को लेकर भी आदेश जारी किए घए।
सुबह 8:00 बजे से गंगा खतरे के निशान से पचासी सेंटीमीटर नीचे बह रही है। खतरे का निशान 294 मीटर है। अगर इसी तरह बारिश का दौर जारी रहा तो जल्द ही जलस्कर इस निशान को भी पार कर देगा। इसी बीच तेज बारिश के चलते लोगों को परेशानी हो रही है।
नहीं हो रहा आदेश का पालन
तेज वर्षा और गंगा का जलस्तर चेतावनी के निशान तक पहुंचने पर जिलाधिकारी की ओर से स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों की छुट्टी का आदेश जारी कर दिया गया। लेकिन जब तक यह आदेश निकला, तब तक बच्चे अपने-अपने स्कूलों में पहुंच चुके थे। हालांकि, आदेश का घंटों बाद भी कोई पालन नहीं हुआ। खराब मौसम के बीच प्रशासन और शिक्षा विभाग में समन्वय की कमी पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
छात्र पहुंचे गए स्कूल तब मिली जानकारी
पहाड़ और मैदानी इलाकों में लगातार हो रही वर्षा के कारण कई जिलों में बुधवार को ही स्कूलों में अगले दिन यानी गुरुवार का अवकाश घोषित कर दिया गया था। हरिद्वार में आज सुबह लगभग 7 बजे जिलाधिकारी की ओर से जिले के 12वीं तक के स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में छुट्टी का आदेश जारी किया गया। लेकिन जब तक यह आदेश सर्कुलेट हुआ, तब तक छात्र-छात्राएं स्कूलों में पहुंच चुके थे। लेकिन कई घंटों बाद भी शिक्षा विभाग जिलाधिकारी के इस आदेश का पालन नहीं करा पाया।
खड़े हो रहे हैं कई सवाल
रुक-रुक कर हो रही है वर्षा और गंगा के चेतावनी स्तर पर पहुंचने के बावजूद छात्र-छात्राएं स्कूलों में मौजूद हैं। नौनिहालों की सुरक्षा को देखते हुए जारी किए गए इस आदेश का अनुपालन न होने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। कई अभिभावकों ने भी आदेश स्कूल प्रबंधन को भेजा, लेकिन प्रबंधन का कहना था कि उन्हें इस संबंध में शिक्षा विभाग ने कोई निर्देश नहीं दिया है।