मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, दून में मौसम शुष्क बना रहने का अनुमान है। पहाड़ों में पाला और मैदानी क्षेत्रों में कोहरा दुश्वारी बढ़ा सकता है। पारे में मामूली गिरावट आ सकती है। हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर समेत आसपास के मैदानी क्षेत्रों में दो दिन घने कोहरे का प्रभाव बना रह सकता है।
शहर, अधिकतम, न्यूनतम
- देहरादून, 27.1, 11.0
- ऊधमसिंह नगर, 26.7, 9.6
- मुक्तेश्वर, 16.6, 4.6
- नई टिहरी, 17.5, 6.2
पांच दिन से दून का एक्यूआई 100 से कम
देहरादून में वायु प्रदूषण बीते कुछ दिनों में काफी हद तक कम हुआ है। अब यह लगभग संतोषजनक की श्रेणी में पहुंच गया है। बीते पांच दिन से दून का औसत एक्यूआई 100 से नीचे दर्ज किया जा रहा है, जो कि राहत की बात है। सप्ताहभर पूर्व यह ढाई सौ से अधिक पहुंच गया था। हालांकि, मैदानी क्षेत्रों में कहीं-कहीं घने कोहरे और धुंध के कारण परेशानी बरकरार है।
औसत एक्यूआई दर्ज किया गया
दून में बीते पांच दिन में औसत एक्यूआई
दिनांक, AQI
- 21 नवंबर, 80
- 20 नवंबर, 93
- 19 नवंबर, 88
- 18 नवंबर, 99
- 17 नवंबर, 71
(एक्यूआई 200 से अधिक हो)
शहर के मुख्य क्षेत्रों में एक्यूआई अधिक होने की आशंका है। इसके अलावा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से वायु प्रदूषण कम करने के लिए नगर निगम के साथ मिलकर विभिन्न प्रयास किए जाने के दावे भी किए जा रहे हैं।
नैनीताल में कड़ाके की ठंड
सरोवर नगरी में ठंड में बढ़ोत्तरी से जनजीवन प्रभावित होने लगा है। ठंड के चलते गुरुवार को गर्माहट एहसास नहीं हो सका और गर्म कपड़ों का बाजार गरमाने लगा है। शाम को ठंड बढ़ने से बाजारों में भी चहलपहल गायब हो गई। नगर में दिन चढ़ने के साथ ही बादलों ने भी पैर पसारने शुरू कर दिए और कोहरे के कई बार दस्तक देने से ठंड में इजाफा होता चला गया और गर्माहट का जरा भी एहसास नहीं हो पाया।
दफ्तरों में हीटर के सहारे काम
ठंड के चलते दफ्तरों में कामकाज हीटर के सहारे चला। लोग ऊनी कपड़े पहनने को मजबूर रहे। इस बीच ऊनी कपड़ों की दुकानों में खासी भीड़ नजर आई।
आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान एरीज के वायुमंडलीय विज्ञानी डा नरेंद्र सिंह के अनुसार आने वाले दिनों में मौसम शुष्क बना रहेगा और तापमान में गिरावट रहेगी। जीआईसी मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी रही। अधिकतम 18 व न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। आद्रता अधिकतम 80 व न्यूनतम 50 प्रतिशत रही।