अपराध

उत्तराखंड एसटीएफ साईबर क्राईम पुलिस ने करोड़ो की धोखाधड़ी में वांछित अभियुक्त को दिल्ली से किया गिरफ्तार

भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी

साइबर क्राइम पुलिस का दिल्ली जयपुर में धावा

उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स और साइबर पुलिस द्वारा बीमा पॉलिसी के नाम पर 3.5 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का 01 सदस्य को दिल्ली/ NCR से किया गिरफ्तार।

 

बढ़ते साइबर अपराधों के परिप्रेक्ष्य में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है । इसी परिपेक्ष्य में साइबर ठगों द्वारा आम जनता से “रिलायन्स लाइफ इंश्योरेन्स बीमा पोलिसी की प्रतिनिधी बनकर प्रलोभन देकर ठगी” करने के प्रकरण विभिन्न राज्यो की खबरो में प्रकाशित हो रहे थे ।

ऐसा ही एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ था जिसमें चन्द्र प्रकाश जोशी निवासी हल्द्वानी जनपद नैनीताल के साथ इस प्रकार की घटना घटित हुयी थी जिसमें अज्ञात व्यक्तियों द्वारा रिलायन्स लाइफ इंश्योरेन्स बीमा पोलिसी पूर्ण होने पर रिलायन्स प्रतिनिधी बनकर कॉल कर बोनस की धनराशि का प्रलोभन देकर विभिन्न खातों में विभिन्न शुल्क के नाम पर साढ़े तीन करोड़ (3.5 करोड) रुपये जमा कराकर धोखाधड़ी की गयी । वादी द्वारा की गई शिकायत के आधार पर मुकदमा अपराध संख्या 26/21 पंजीकृत किया गया । प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुये अभियोग के अनावरण, अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु साइबर थाना कुमायूं परिक्षेत्र के प्रभारी निरीक्षक श्री ललित मोहन जोशी के नेतृत्व में टीम गठित की गयी ।

अभियोग में अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही हेतु घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर, ई-मेल आईडी, ई-वालेट, तथा बैंक खातों के बारे में जानकारी की गयी तो ज्ञात हुआ कि धनराशि दिल्ली, एनसीआर, उ0प्र0 राजस्थान, मध्यप्रदेश आदि राज्यो के बैंक खातो में जमा करायी गयी है तथा मोबाईल नम्बर भी इन्ही राज्यो के निवासियों के नाम पर पंजीकृत होने पाये गये । बैंक, टेलीकॉम कम्पनियों से प्राप्त विवरण का गहनता से विश्लेषण एवं अन्य तकनीकी रुप से साक्ष्य एकत्रित कर पुलिस टीम को तत्काल दिल्ली, एनसीआर, उ0प्र0, राजस्थान, मध्य प्रदेश रवाना की गयी ।

पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से घटना में संलिप्त अभियुक्त ललित गिरी निवासी बुलन्दशहर उ0प्र0 को दिनांक 10.08.2021 को वशुंधरा, गाजियाबाद उ0प्र0 से गिरफ्तार किया गया।

अभियुक्त से पूछताछ पर यह तथ्य प्रकाश में आये कि उनके सहयोगी देवेन्द्र त्यागी उर्फ आदित्य त्यागी उर्फ विशाल त्यागी एवं सोनू गिरी निवासीगण इन्दिरापुरम गाजियाबाद के साथ मिलकर पॉलिसी फ्रॉड का अपराध कारित करते थे । जिसमे पीड़ित को विभिन्न नामो से कॉल करने का काम देवेन्द्र त्यागी एवं सोनू गिरी करते थे । अभियुक्त से पूछताछ में कई अहम सुराग प्रकाश में आये हैं। जिसमें निकट भविष्य में गिरोह के अन्य सदस्यो की गिरफ्तारी की जायेगी ।

अभियुक्त द्वारा भारत वर्ष में कई अन्य लोगों भी धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया है, जिसके सम्बन्ध में अन्य राज्यो की पुलिस से भी सम्पर्क किया जा रहा है । अभियोग में संलिप्त अन्य अभियुक्तो के सम्बन्ध में जानकारी की गयी तो ज्ञात हुआ कि घटना मे संलिप्त 03 अन्य अभियुक्त देवेन्द्र त्यागी, सोनू गिरी एवं अशोक कुमार को जयपुर (राजस्थान) के शास्त्री नगर थाना पुलिस द्वारा साइबर धोखाधड़ी के एक अन्य मामले में कुछ दिन पूर्व गिरफ्तार किया गया है, जिन्हे शीघ्र ही वारण्ट पर उत्तराखण्ड लाया जायेगा ।

अपराध का तरीकाः-
अभियुक्तगण स्वयं को बीमा कम्पनी का प्रतिनिधि बताकर आम जनता को फोन कर बीमा पॉलिसी के नवीनीकरण, बीमा पॉलिसी में बोनस होने, बीमा पॉलिसी की परिपक्वता पर प्राप्त धनराशि को अन्य पॉलिसी/व्यापार आदि में निवेश कर अधिक मुनाफा कमाने का लालच देकर विभिन्न शुल्क, रजिस्ट्रेशन फीस आदि के नाम पर धनराशि विभिन्न बैंक खातो में जमा कराकर धोखाधड़ी करते है । इस कार्य हेतु फर्जी नाम पतो, आईडी पर सिम एवं बैंक खाते खोलते है तथा फर्जी मेल आईडी आदि बनाते है।

गिरफ्तार अभियुक्त-
1- ललित गिरी पुत्र देवेन्द्र गिरी मूल निवासी ग्राम व पोस्ट रंगपुर तहसील शिकारपुर थाना सलेमपुर जनपद बुलन्दशहर उ0प्र0, उम्र 27 वर्ष

बरामदगी-
1- मोबाइल फोन- 01
2- डेबिट कार्ड- 04 अदद
3- दिल्ली मैट्रो कार्ड- 01 अदद

पुलिस टीम-
1- निरीक्षक ललित मोहन जोशी
2- उ0नि0 दिनेश पन्त
3- का0 मोहम्मद उस्मान
4- Technical Team/ एसटीएफ

प्रभारी एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड अजय सिंह द्वारा जनता से अपील की गयी है कि वे किसी भी प्रकार के लक्की ड्रॉ, डिस्काउन्ट, लॉटरी, पॉलिसी में बोनस के प्रलोभन में न आयें । लॉटरी एवं ईनाम जीतने के लालच में आकर धनराशि देने तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी व महत्वपूर्ण डाटा शेयर करने से बचना चाहिये। । कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें ।