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बिगब्रेकिंग:उत्तराखंड एसटीएफ़ एवं साइबर क्राईम पुलिस ने बैंक कस्टमर केयर अधिकारी बनकर लोन दिलाने के नाम पर 25 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के 2 सदस्यो को बिहार से किया गिरफ्तार

भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी

स्पेशल टास्क फोर्स एवं साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड की देशभर में धरपकड़ जारी।
एक सप्ताह के भीतर भारत के दो कोनों गुजरात एवं बिहार से 04 साईबर अपराधियों की गिरफ्तारी।

बैंक कस्टमर केयर अधिकारी बनकर लोन दिलाने के नाम पर 25 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के 02 सदस्यो को बिहार राज्य के शेखपुरा जिले से किया गिरफ्तार।

वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है । इसी परिपेक्ष्य में ठगों द्वारा विभिन्न आँनलाईन सर्च इंजन पर बैंक/विभिन्न कम्पनियो के कस्टमर केयर नाम से फर्जी मोबाइल नम्बर प्रसारित कर आम जनता से ई-मेल व दूरभाष के माध्यम से सम्पर्क कर ऑनलाईन लोन, सामान बेचने, शिकायतो के निस्तारण आदि के नाम पर करोडो रुपये की धोखाधडी की जा रही है ।
इसी क्रम में एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ था जिसमें श्री मदन सिंह फर्सवाण निवासी चमोली के साथ इसी प्रकार की घटना घटित हुयी जिसमें वादी द्वारा लोन की आवश्यकता के दृष्टिगत गूगल पर दर्शित बजाज कम्पनी के कस्टमर केयर नम्बर से सम्पर्क किया गया जिनके द्वारा स्वयं को बजाज का कस्टमर केयर अधिकारी बताते हुये कम ब्याज पर लोन उपलब्ध कराने का लालच देते हुये प्रोसेसिंग फीस, ईएमआई शुल्क एवं अन्य विभिन्न शुल्क के नाम पर भिन्न भिन्न बैंक खातो में लगभग कुल 25 लाख रुपये की धनराशि जमा कराते हुये धोखाधडी किये जाने की शिकायत प्राप्त हुयी जिस पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मु0अ0सं0 33/21 धारा 420, 120बी भादवि व 66(डी) आईटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया तथा विवेचना साइबर थाने के निरीक्षक श्री विकास भारद्वाज के सुपुर्द कर विवेचक के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया।
पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से अभियुक्तो द्वारा वादी मुकदमा से धोखाधडी से प्राप्त की गयी धनराशि के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी तो अभियुक्तो द्वारा उक्त धनराशि बिहार, पश्चिम बंगाल आदि स्थानों में आहरित किया जाना प्रकाश में आया। अभियुक्तो द्वारा फर्जी आईडी कार्ड के आधार पर मोबाईल नम्बरों का प्रयोग कर अपराध कारित किया गया । प्रकरण में अपराधियो की गिरफ्तारी हेतु निरीक्षक श्री विकास भारद्वाज के नेतृत्व में टीम गठित कर बिहार, पश्चिम बंगाल आदि राज्यो हेतु रवाना की गयी थी । जिनके द्वारा उक्त धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के 02 सदस्यो 1. नबीन कुमार महतो पुत्र विश्नुदेव महतो निवासी ग्राम पांची थाना शेखुपुरा सराय जिला शेखपुरा बिहार, 2- मंटू कुमार पुत्र स्व0 कांता प्रसाद निवासी उपरोक्त को पांची, बिहार राज्य से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तो का स्थानीय न्यायालय से ट्रांजिट रिमाण्ड प्राप्त कर उत्तराखण्ड लाया जा रहा है।
अभियुक्तगणो से पूछताछ में यह तथ्य प्रकाश में आये कि यह गिरोह फर्जी आईडी पर सिम कार्ड लेकर पूरे भारतवर्ष में जरुरतमंदो को कम ब्याज पर लोन दिलाने का लालच देकर विभिन्न शुल्क, प्रोसेसिंग फीस आदि के एवज में धनराशि विभिन्न खातो में मंगाकर धोखाधड़ी करते है । अभियुक्तगणो से अपराध में प्रयुक्त 03 मोबाइल फोन व आधा दर्जन सिम कार्ड बरामद हुये है ।

अपराध का तरीकाः-
अभियुक्तगण आम जनता से ठगी करने हेतु विभिन्न कम्पनियों/बैंक आदि के फर्जी कस्टमर केयर नम्बर को गूगल प्लेटफार्म पर प्रसारित कर आम जनता को झांसे में लेकर विभिन्न कम्पनियों/बैंक के कस्टमर केयर अधिकारी/कर्मचारी बनकर समस्या के समाधान हेतु लिंक भेजकर/एप डाउनलोड कराकर बैंक/एटीएम डिटेल प्राप्त कर ठगी का शिकार बनाते हैं। इनके द्वारा विभिन्न प्रकार की प्रोसेसिंग शुल्क, बैंक शुल्क आदि का झांसा देकर जरुरतमंदो से पैसे लिये जाते थे ।

गिरफ्तार अभियुक्त-
1- नबीन कुमार महतो पुत्र विश्नुदेव महतो निवासी ग्राम पांची थाना शेखुपुरा सराय जिला शेखपुरा बिहार
2- मंटू कुमार पुत्र स्व0 कांता प्रसाद निवासी उपरोक्त

बरामदगीः-
1- मोबाइल फोन-03 (घटना में प्रयुक्त)
2- सिम कार्ड- 07 (घटना में प्रयुक्त)
3- रुपये 32000/- नकद

पुलिस टीम-
1- निरीक्षक श्री विकास भारद्वाज
2- उ0नि0 कुलदीप टमटा
3- हे0कानि0प्रो0 सुनील भट्ट
4- कानि0 हरेन्द्र भण्डारी
5- कानि0 मनोज बेनीवाल
6- एसटीएफ टीम उत्तराखण्ड

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड अजय सिंह द्वारा जनता से अपील की गयी है कि कृपया गूगल या अन्य किसी सर्च इंजन पर किसी कम्पनी / बैंक का कस्टूमर केयर नम्बर न ढूंढें । कस्टमर केयर का नम्बर सम्बन्धित कम्पनी / बैंक की अधिकारिक वैबसाईट से ही देखें । किसी अंजान व्यक्ति के बहकावे मे आकर Any Desk, Quick Support, Alpmix आदि Remote Access app डाउनलोड न करें । कस्टमर केयर से बताकर फोन करने वाले व्यक्ति की बातो में न आये और न ही उसे अपने वॉलेट/बैक सम्बन्धी को जानकारी साझा करें । कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून को सम्पर्क करें, व कोई भी आर्थिक साईबर अपराध होने पर तत्काल साईबर हैल्पलाईन नम्बर 155260 पर सम्पर्क करें।