हल्द्वानी। भोटियापड़ाव चौकी क्षेत्र के जगदंबानगर में दो कारों में भीषण टक्कर हो गई। गनीमत रही कि दुर्घटना में जनहानि नहीं हुई। कारों की टक्कर के बाद सड़क पर जाम लग गया। जाम में फंसे एक व्यक्ति ने घायल कार चालक को पीट दिया।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराया और दोनों कारों को कोतवाली में लाकर खड़ा कर दिया। घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया में प्रसारित हो रहा है। टक्कर लगते ही लग्जरी कार सड़क पर चरखी की तरह घूमती हुई दिख रही है।
पुलिस ने शुरू की मामले की जांच
सामने से गुजरी एक अन्य कार को चपेट में ले लिया। भीषण टक्कर सीसीटीवी में कैद हो गई। हादसे में टैक्सी चालक बाल-बाल बच गया, जबकि निजी कार चालक को मामूली चोट आई है। वहीं, टक्कर के बाद सड़क पर जाम लग गया।
नाराज व्यक्ति ने निजी कार चालक से मारपीट की
जाम में नशे में धुत व्यक्ति फंस गया और दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को सड़क से हटाने के लिए कहने लगा, लेकिन वाहन में सेंसर लगे थे और वह स्टार्ट नहीं हुई। इससे नाराज व्यक्ति ने निजी कार चालक से मारपीट कर दी और फरार हो गया।
कोतवाल राजेश कुमार यादव ने बताया कि घटना में टैक्सी चालक की गलती सामने आई है। उसे सीज कर दिया गया है। दूसरी कार भी कोतवाली में खड़ी की है। मारपीट करने वाले का पुलिस एक्ट में चालान किया गया है। टैक्सी चालक फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।
गाड़ी का रजिस्ट्रेशन रद नहीं होने पर चढ़ता रहेगा टैक्स
हल्द्वानी: बकाया टैक्स की वसूली को लेकर परिवहन विभाग ने पिछले तीन माह में 1200 वाहनस्वामियों की आरसी काट दी है। इसमें टैक्सी गाडिय़ां भी शामिल है। दूसरी तरफ तहसील से वसूली नोटिस जारी होने पर महासंघ टैक्सी यूनियन ने नाराजगी जताते हुए कहा कि जो वाहन अस्तित्व में नहीं है। उन्हें भी सूची में शामिल किया गया है। जिसके बाद आरटीओ ने भी स्पष्ट किया कि कार्यालय आकर गाड़ी का रजिस्ट्रेशन रद कराने की प्रक्रिया पूरी नहीं होने पर टैक्स का पैसा चढ़ता जाएगा।
महासंघ टैक्सी यूनियन की ओर से आरटीओ प्रशासन संदीप सैनी को भेजे ज्ञापन में संचालकों के उत्पीडऩ का आरोप लगाते हुए कहा गया कि चेकिंग के नाम पर परेशान किया जा रहा है। दस्तावेज होने के बाद भी चालान कट रहे हैं। जिस पर आरटीओ ने कहा कि जो भी वाहन निर्धारित स्टैंड से बाहर सवारियां भरेंगे।
उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी। इसके अलावा अगर वाहन वर्तमान में अस्तित्व में नहीं है तो उसका रजिस्ट्रेशन रद कराना भी जरूरी है। आवेदन मिलने के बाद ही रिकार्ड से गाड़ी हटती है। प्रक्रिया का पालन नहीं करने पर आनलाइन सिस्टम में टैक्स चढ़ता जाएगा। दूसरी तरफ महासंघ का कहना है कि कार्रवाई नहीं रूकने पर चक्काजाम आंदोलन किया जाएगा।