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बादल फटने से परिवार के तीन लोग मौत के मुंह में समा गए, सीएम धामी प्रभावितों से मिलने पहुंचे

उत्तराखंड के टिहरी में भिलंगना ब्लॉक के नौताड़ तोक में बादल फटने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। बारिश और भूस्खलन ने यहां भारी तबाही मचाई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यहां क्षेत्र में प्रभावितों का हाल जानने पहुंचे।

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि नौताड़ तोक में एक होटल बह गया। जिसमें होटल स्वामी भानु प्रसाद(50), उनकी पत्नी नीलम देवी(45) व पुत्र विपिन(28) लापता थे। रेस्क्यू अभियान के दौरान भानु और उनकी पत्नी नीलम का शव घटनास्थल से 100 मीटर दूरी पर बरामद कर लिया गया है। वहीं, लापता युवक विपिन घायल अवस्था में मिला है।

2014 की वो काली रात आई ग्रामीणों को फिर याद
मलबा मुंह में भर जाने के कारण विपिन को सीने में तकलीफ और सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। रात दो बजे विपिन को पिलखी से एम्स ले जाया गया। सभी आपातकालीन प्रयास और उपचार देने के बावजूद विपिन को बचाया नहीं जा सका। विपिन ने डैम टॉप के निकट दम तोड़ दिया। उसकी बॉडी को डीएच बौराड़ी में लाया गया है।

बता दें कि 31  जुलाई 2014 की रात को भी भिलंगना ब्लॉक के जखन्याली गांव के नौताड़ तोक में बादल फटने से पांच लोग मालबे में जिंदा दफन हो गए थे। उस दौरान भी कई अन्य घरों में मालबा घुसने से नौताड़ जनधन का भारी नुकसान हुआ था। 10 साल बाद फिर 31 जुलाई 2024 रात को बादल फटने से नौताड़ तोक में रह रहे एक ही परिवार के तीन लोग मौत के मुंह में समा गए हैं

सीएम धामी ने की पीड़ित परिवार से फोन पर बात

नौताड़ तोक में बादल फटने के बाद नुकसान को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जखन्याली ग्राम पंचायत की प्रधान के पति दीपक श्रीयाल से मोबाइल पर बात की। घटना में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत पर मुख्यमंत्री ने गहरा दुख व्यक्त किया। ग्रामीणों को हर संभव मदद का भरोसा दिया। मुख्यमंत्री ने पूछा घटना के कितने देर बाद एसडीआरएफ, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहुंचे। सीएम ने कहा वह अधिकारियों से वार्ता कर जल्द ही स्थितियों को सामान्य करने की दिशा में कार्य करने को कहेंगे। ग्राम प्रधान के पति दीपक ने मुख्यमंत्री को बताया कि यहां पर बादल फटने की पुनरावृत्ति हुई है। 2014 में भी बादल फटने से काफी नुकसान हुआ था और इस बार भी फिर वही स्थिति उत्पन्न हुई है। उन्होंने नौताड़ तोक में निवासरत सभी 14 परिवारों का पुनर्वास करने की गुहार लगाई है