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एसजीआरआरयू में कला संस्कृति और सुर संगीत की गूंजी सुरलहरियां

एसजीआरआरयू में कला संस्कृति और सुर संगीत की गूंजी सुरलहरियां

 समूह नृत्य में स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट बना सिरमौर

 सुर संग्राम नृत्यशाला में 15 प्रतियोगिताओं का हुआ आयोजन

 प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार देकर किया गया सम्मानित

देहरादून:श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय (एस.जी.आर.आर.यू.) के सांस्कृतिक सप्ताह कार्यक्रम में कला संस्कृति और सुर संगीत की सुरलहरियां गूंजी। गुरुवार को सुर संग्राम न्त्य शाला के अवसर पर सुर संध्या की महफिल सजी। छात्र-छात्राओं ने मनमोहक प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। सांस्कृतिक सप्ताह कार्यक्रम मंे मेहंदी, पोस्टर, रंगोली, वाद विवाद, स्लोगन, क्विज, एकल और गायन सहित एकल एवम् ग्रुप डांस की प्रतियोगिताएं हुईं। विजेता प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र एवम् पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। एसजीआरआरयू के कुलाधिपति श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने सभी प्रतिभागियों, छात्र-छात्राओं एवम् आयोजन सदस्यों को सुर संग्राम नृत्यशाला के सफल आयोजन पर बधाई दी। 

 गुरुवार को सुर संग्राम नृत्यशाला के अंतिम दिन का शुभारंभ एसजीआरआर विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ यशबीर दीवान, कुलसचिव डाॅ अजय कुमार खण्डूड़ी एवम् कार्यक्रम की चेयरपर्सन डाॅ मालविका कांडपाल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलन कर किया। कुलपति डॉ यशबीर दीवान ने छात्र छात्राओं की प्रतिभा की तहे दिल से तारीफ की. उन्होंने विशेष रूप से विश्वविद्यालय के एन.सी.सी. केडेट्स एवम प्रोक्टोरियल बोर्ड द्वारा बनाई गई अनुशासन व्यवस्था की भूरी भूरी प्रशंसा की. 

   श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज के सभागार में एसजीआरआरयू की छात्राओं ने गणेश वंदना से कार्यक्रम का श्रीगणेश किया। 

स्कूल ऑफ़ मेनेजमेंट एण्ड कामर्स स्टडीज की हर्षिता कंडारी एण्ड ग्रुप के ग्रुप डांस ने समा बांध दिया। मां भवानी द्वारा रक्तबीज के बध का मंचन देखकर श्रोतागण भावविभोर हो गए। स्कूल ऑफ़ ह्यूमैनिटीज एण्ड सोशल साइंसेज की ईशा शर्मा ने सोलो डांस प्रस्तुति के माध्यम से महिला जीवन की विभिन्न भूमिकाओं एवम् जिम्मेदारियों को चरितार्थ किया। मोनू रोहिला ने शिव तांडव सोलो प्रस्तुति से माहोल को शिवमई बना दिया। स्कूल ऑफ़ कम्प्यूटर एप्लीकेशन एण्ड इंफाॅरमेशन टेक्नेलाॅजी के छात्र जितेन्द्र बालीवुड गीतों की मैलोड़ी पर शानदार प्रस्तुति से युवा धड़कनों को और तेज कर दिया। स्कूल आॅफ ह्यमैनिटीज की आकृति एण्ड ग्रुप ने गुजराती फ्यूजन एवम् टाॅलीवुड गीतों पर देश के विभिन्न संस्कृतियों को मंच पर प्रस्तुत किया। डाॅ कुमुद सकलानी, मनोज तिवारी, मुख्य कुलानुशासक एवम् प्रवक्ता, एसजीआरआरयू, डाॅ पूजा जैन एवम् डाॅ दिव्या जुयाल ने निर्णायक मण्डल में अहम भूमिका निभाई। 

एकल प्रतियोगिताओं में स्कूल आॅफ कम्प्यूटर एप्लीकेशन एण्ड इंफाॅरमेशन टेक्नोलाॅजी (सी.ए.एण्डआई.टी.) और समूह गायन में स्कूल आॅफ ह्यूमैनिटीज का जलवा रहा । ( सी.ए.एण्डआई.टी.) के अंशुमन ने प्रथन स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान पर नर्सिंग की पल्लवी और तृतीय स्थान पर स्कूल ऑफ एजूकेशन की श्रद्धा वर्मा रहीं। समूह गायन प्रतियोगिता के प्रथम विजेता मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान संकाय रहा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अजय कुमार खंडूड़ी ने आयोजकों को शुभकामनाएं दीं। 

एकल नृत्य प्रतियोगिता के विजेताओं में स्कूल आफ बेसिक एंड अप्लाइड साइंस की आयुषी रावत प्रथम स्थान पर वही कॉलेज आफ नर्सिंग की अंजलि सीजो द्वितीय स्थान पर और स्कूल का योग साइंस एंड नेचरोपैथी की मानसी राणा तृतीय स्थान पर विजई रही

समूह नृत्य में प्रथम स्थान मैनेजमेंट एंड कॉमर्स स्टडीज ने प्राप्त किया वहीं द्वितीय स्थान पर कनित और स्कूल आफ एजुकेशन को बराबरी हासिल हुई तृतीय स्थान पर पैरामेडिकल एंड एलाइड हेल्थ साइंसेज ने कब्जा किया। 

गायन प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में डॉ संजय शर्मा, डॉ प्रियंका बनकोटी, डॉ जी रामालक्ष्मी, डॉ दीपक सोम डॉ खिलेंद्र सिंह और डॉ गीता रावत ने अहम भूमिका निभाई। एकल और समूह गायन के संयोजकों में डॉ अनुजा रोहिल्ला, ईशा सिंह, डॉ कमला जखमोला और अमित भट्ट रहे। नृत्यशाला कार्यक्रम के निर्णायक मंडल में डॉक्टर पुनीत ओहरी, डॉ कंचन जोशी और विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर प्रवक्ता मनोज तिवारी रहे। इस अवसर पर कल्चरल कमेटी की अध्यक्षा प्रोफेसर मालविका कांडपाल, विश्वविद्यालय समन्वयक, डॉ आरपी सिंह, डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रोफेसर कंचन जोशी, कल्चर कमेटी की सदस्य सचिव डॉ बलबीर कौर के साथ ही विश्वविद्यालय के सभी स्कूलों के डीन और विभागाध्यक्ष के साथ ही फैकल्टी सदस्य और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।