उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में छात्राओं के साथ दुष्कर्म के आरोपी सहायक प्रवक्ता डॉ. रजनीश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बागला महाविद्यालय प्रशासन ने भी रविवार को उसे सस्पेंड कर दिया है। पुलिस भी उसकी तलाश में जुटी है। इधर डीएम ने इस प्रकरण की जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है।
छात्राओं के साथ दुष्कर्म में आरोपी सहायक प्रवक्ता डॉ. रजनीश के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद बागला महाविद्यालय प्रशासन ने भी कार्रवाई की है। रविवार को महाविद्यालय प्रबंधन ने उसे निलंबित कर दिया। साथ ही शहर छोड़ने पर प्रतिबंध लगाया है। निलंबन अवधि में सुबह दस से शाम चार बजे महाविद्यालय में मौजूद रहने के निर्देश दिए हैं। पुलिस भी उसकी तलाश में जुटी है। इधर, डीएम ने इस प्रकरण की जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। इसमें एसडीएम, सीओ, तहसीलदार और बेसिक शिक्षा अधिकारी शामिल है।
इस संबंध में महाविद्यालय की छात्रा ने एक सप्ताह पूर्व राष्ट्रीय महिला आयोग को शिकायती पत्र भेजा था। आरोप था कि भूगोल का सहायक प्रवक्ता डॉ. रजनीश छात्राओं का यौन शोषण कर रहा है। प्रयोगात्मक परीक्षाओं में फेल करने का डर और नौकरी लगवाने का प्रलोभन देकर यौन शोषण और दुष्कर्म करता है। अश्लील वीडियो व फोटो बनाता है। कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं। आयोग के निर्देश के बाद साक्ष्य के आधार पर हाथरस गेट कोतवाली के उपनिरीक्षक सुनील कुमार की ओर से दुष्कर्म समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।
डॉ. रजनीश मूलरूप से मथुरा के मांट तहसील के गांव जाबरा का रहने वाला है। वर्ष 2000 में उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग से नियुक्ति हुई थी। कुछ समय बाद ही भूगोल विभाग का अध्यक्ष बना दिया गया। आरोप है कि नियुक्ति के दिनों से ही प्रोफेसर गुल खिला रहा था। महाविद्यालय प्रबंध समिति के सचिव प्रदीप बागला ने बताया कि मुकदमे में गंभीर आरोप हैं। इसके चलते महाविद्यालय की छवि धूमिल हो रही है। प्रोफेसर को महाविद्यालय की सेवाओं से निलंबित कर दिया गया है। इधर चर्चा है कि प्रोफेसर अपने मोबाइल में ही अश्लीलता के वीडियो रिकॉर्ड करता था। मोबाइल खराब होने पर उसने किसी दुकान पर ठीक होने भेजा था। वहीं से वीडियो लीक हो गए।
सहायक प्रवक्ता डॉ. रजनीश की पत्नी ने कहा है कि उनके पति के खिलाफ साजिश की जा रही है। सभी आरोप गलत है। कॉलेज में उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा गया है, इसमें विभाग के कुछ लोग शामिल हैं। शिकायत करने वाला सामने क्यों नहीं आया। अगर इसकी जांच कराई जाए तो डिग्री कालेज के कुछ स्टाफ के लोग भी इसमें फसेंगे।