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यात्रियों के लिए राहत की खबर, दिल्ली रूट पर सभी बीएस-4 बसें आज से चलेंगी

देहरादून: दिल्ली में प्रदूषण का स्तर फिर बढ़ने और ग्रैप-3 लागू होने के कारण उत्तराखंड परिवहन निगम की बीएस-4 श्रेणी की डीजल बसों का संचालन रविवार से दिल्ली के लिए दोबारा बंद भले हुआ था, लेकिन 24 घंटे के भीतर ही प्रतिबंध हटने से बसों का संचालन फिर बहाल कर दिया गया।

आज सोमवार से सभी साधारण बसों का संचालन पूर्व की तरह होगा। हालांकि, रविवार को यह प्रतिबंध केवल साधारण डीजल बसों पर था। निगम की सुपर डीलक्स बीएस-4 वोल्वो बसों के संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा था। निगम के महाप्रबंधक (संचालन) पवन मेहरा ने बताया कि वोल्वो बसों का कार्बन उत्सर्जन साधारण बस की अपेक्षा काफी कम होता है।

बता दें कि, शनिवार दोपहर ग्रैप-3 के प्रतिबंध की सूचना पर परिवहन निगम ने दिल्ली के लिए बीएस-4 डीजल साधारण बसों का संचालन तत्काल रोक दिया था, लेकिन वोल्वो बसों को भेजा जाता रहा। रविवार को भी निगम ने बीएस-4 साधारण बसों का संचालन नहीं किया लेकिन मेरठ एक्सप्रेस-वे से नान-स्टाप वोल्वो बसों को दिल्ली के लिए संचालित किया जाता रहा। प्रतिबंध के दायरे में आई 154 साधारण बसों का संचालन सीमित संख्या के साथ गाजियाबाद उत्तर प्रदेश की सीमा पर मोहननगर तक किया गया।

रविवार रात को हटाया प्रतिबंधइसी बीच, रविवार रात दिल्ली सरकार ने ग्रैप-3 के प्रतिबंध फिर हटा लिए। बता दें कि, दिल्ली में ग्रैप-3 के प्रतिबंध हटने के बाद बीते हफ्ते ही परिवहन निगम की 194 बसों का दिल्ली के लिए संचालन शुरू हुआ था। यह बसें 16 दिसंबर को ग्रैप-3 के प्रतिबंध लागू होने के बाद से दिल्ली में प्रवेश करने से रोक दी गई थी, लेकिन परिवहन निगम को मिली राहत ज्यादा दिन तक नहीं रह सकी। एक हफ्ते के भीतर ही शनिवार दोपहर बसों पर फिर प्रतिबंध लग गया था।

 

दिल्ली सबसे मुनाफे वाला मार्ग

परिवहन निगम के लिए दिल्ली मार्ग सबसे मुनाफे वाला है और यही कारण है कि पूरे प्रदेश से दिल्ली के लिए 504 बसों का नियमित संचालन किया जा रहा था। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर बीएस-4 डीजल बसों पर प्रतिबंध यूं तो एक अक्टूबर से लगना था, लेकिन दिल्ली सरकार ने इसमें उत्तराखंड परिवहन निगम को सशर्त राहत दे दी थी। शर्त में यह हुआ कि अगर था कि अगर ग्रैप-4 लागू हुआ तो पुरानी डीजल बसों का प्रवेश रोक दिया जाएगा।

 

इसी दौरान 16 नवंबर को दिल्ली में ग्रैप-4 के प्रतिबंध लागू होने के बाद बीएस-4 डीजल बसों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया। बाद में ग्रैप-3 में बीएस-4 बसों के प्रतिबंध प्रभावी कर दिए गए। इस वजह से शनिवार व रविवार को उत्तराखंड के सभी डिपो से दिल्ली जाने वाली 504 बसों में से 154 साधारण बसें खड़ी हो गईं और यात्रियों की परेशानी फिर बढ़ गई, लेकिन देर रात नया आदेश आने से परिवहन निगम ने राहत की सांस ली है।

प्रतिबंध की स्थिति में दिल्ली के लिए 310 बसें अनुमन्य

परिवहन निगम के पास प्रतिबंध की स्थिति में दिल्ली में प्रवेश के लिए 310 बसें अनुमन्य हैं। इनमें निगम की अपनी 130 बीएस-6 डीजल, 160 सीएनजी अनुबंधित व शेष अनुबंधित बीएस-6 डीजल बसें शामिल हैं। निगम के पास 52 वोल्वो बसें हैं, जिनमें मात्र 12 बीएस-6 हैं। पिछली बार प्रतिबंध के दौरान समस्त 40 बीएस-4 वोल्वो बसों को भी रोक दिया गया था, लेकिन इस बार फिलहाल इनके संचालन पर किसी तरह की रोक नहीं लगी थी।

चल रही 200 नई बसों की खरीद-अनुबंध प्रक्रिया

16 नवंबर को पहले चरण में लागू हुए प्रतिबंध के बाद ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश के क्रम में परिवहन निगम ने 200 नई बसों के खरीद व अनुबंध की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। इनमें 100 बीएस-6 डीजल बसों की खरीद प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों से दिल्ली संचालन के लिए की जा रही है, जबकि 100 सीएनजी बसों के अनुबंध की प्रक्रिया गतिमान है। यह बसें मैदानी क्षेत्रों से दिल्ली मार्ग पर चलाई जानी हैं।

पैरिफेरल हाईवे से गुरुग्राम भेजी बस

परिवहन निगम ने गुरुग्राम, फरीदाबाद, आगरा व मथुरा जाने वाली साधारण बसों का संचालन रविवार को पैरिफेरल हाईवे से किया। हालांकि, जयपुर व खाटूश्यामजी वाली बस सेवा रविवार को नहीं जा सकी। पहले इन बसों का संचालन दिल्ली कश्मीरी गेट आइएसबीटी होकर किया जा रहा था। दून से पहले 30 सीएनजी बसों का संचालन दिल्ली किया जा रहा था, लेकिन यहां से सात बसें ऋषिकेश डिपो भेज देने के कारण अब केवल 23 सीएनजी बसों का ही संचालन हो पा रहा है। आज से सभी बस सेवाएं फिर सामान्य हो जाएंगी।

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