शरद पूर्णिमा पर मुनिकीरेती स्थित मधुबन आश्रम की ओर से नगर में भव्य रूप से श्री जगन्नाथ यात्रा निकाली गई। आश्रम के परमाध्यक्ष परमानंद दास, वित्त एवं विधायी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, कृष्णाचार्य महाराज, महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य, मंहत रवि प्रपन्नाचार्य आदि ने संयुक्तरूप से जगन्नाथ भगवान की विधिवत पूजा-अर्चना कर छप्पन भोग चढ़ाया गया।
रविवार को मधुबन आश्रम में भगवान बलदेव, सुभद्रा और श्रीकृष्ण की 25वीं झांकी निकाली गई। आश्रम हरे राम हरे कृष्णा के भजनों से गूंज उठा। आश्रम से लेकर कैलासगेट, भैरव मंदिर, चंद्रभागा, मुख्य बाजार, रेलवे रोड होते हुए गुरु नानक इंटर कॉलेज परिसर में यात्रा का समापन हुआ। भक्तों ने रस्सी के सहारे भगवान जगन्नाथ का रथ खींचा। जिस मार्ग से रथ को निकाला गया, उस मार्ग पर भक्तों ने झाड़ू से सफाई की।
वित्त मंत्री अग्रवाल ने कहा कि रथ यात्रा का विशेष महत्व है मान्यता है कि रथ के आगे झाड़ू लगाने तथा रथ को रस्सी के सहारे खींचने से इस सांसारिक जीवन में दोबारा जन्म नहीं लेना पड़ता। भगवान उन्हें इस जन्म के बाद मोक्ष प्रदान करते हैं। साथ ही भगवान उनकेे सभी मनोकामना पूरी करते हैं। मार्ग पर जगह-जगह पुष्प वर्षा के साथ रथ यात्रा का स्वागत किया गया।
यात्रा में डांडिया सहित राधा माधव कीर्तन मंडली के भजनों की प्रस्तुति आकर्षण का केंद्र बनी रही। यात्रा में साधु-संत सहित नगर तथा आसपास क्षेत्र से आए श्रद्धालु शामिल हुए। पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ कीर्तन मंडलियों और भक्तों ने भगवान श्रीराधाकृष्ण का गुणगान किया। मेयर अनिता ममगाईं ने भी जगन्नाथ यात्रा में शामिल होकर संतों का आशीर्वाद लेकर शहर की खुशहाली की मनोकामना के लिए भगवान जगन्नाथ की विशेष आरती की।