वाराणसी। बेस्ट गंगा टाउन सर्वे में वाराणसी नगर निगम को तीसरी बार देश में पहला पुरस्कार मिला है। इस सर्वेक्षण में देश में 88 शहरों ने प्रतिभाग किया गया था। बनारस सहित 13 शहरों को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। ऐसे में बनारस के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। हालांकि स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में बनारस को इस बार 41वां स्थान हासिल हुआ है।
इससे पहले बनारस को बेस्ट गंगा टाउन का अवॉर्ड चार बार मिल चुका है। वर्ष 2020, 2021 व 2023 में पहला तथा वर्ष 2022 में शहर को दूसरा पुरस्कार मिला था। वहीं शहरी आवासन एवं कार्य मंत्रालय, भारत सरकार के स्वच्छ सर्वेक्षण-2023 में बनारस का ग्राफ गिरा है। बनारस 21वें स्थान से इस बार 41वें स्थान पर पहुंच गई है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. एनपी सिंह ने बताया कि इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग का पैमाना बदल दिया गया था।
कैंटोनमेंट बोर्ड, नगर निगम, नगर पालिका व नगर पंचायत निकाय को मिलाकर संयुक्त रूप से रैंकिंग जारी की गई है। इसमें छोटे-बड़े सभी 4477 निकायों को शामिल किया गया है। इसमें देश में एक लाख से अधिक की जनसंख्या वाले कुल 446 शहर शामिल हैं। जबकि स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में दस लाख की आबादी वाले 45 शहरों में वाराणसी को 21वां स्थान प्राप्त हुआ था।
9500 में बनारस को मिला 7107.10 अंक
इस बार एसएलपी, जीएफसी- ओडीएफ, सिटिजन वायस पर स्वच्छ सर्वेक्षण कराये गए थे। इन तीन विषयों के कुल 9500 अंकों में बनारस को 7107.10 अंक प्राप्त हुए। जबकि विगत वर्ष वाराणसी को महज 4734.69 अंकों पर ही 21वां स्थान मिला था। इस प्रकार अंकों की दृष्टि से बनारस का ग्राफ बढ़ा है। उन्होंने बताया कि एसएलपी में 4830 अंकों में 3926 अंक, जीएफसी-ओडीएफ में 2500 में से 1450 अंक तथा सिटिजन वायस में 2170 में से 1731 अंक हासिल हुआ है।
बनारस के लिए गौरव की बात
तीनों वर्ग में अंकों की वृद्धि होना बनारस के लिए गौरव की बात है। निगम में लाइव प्रसारण देखने की नगर निगम ने नई दिल्ली में आयोजित पुरस्कार समारोह का लाइव प्रसारण देखने के लिए कार्यालय के सभागार में भी व्यवस्था की थी। अपर नगर आयुक्त सुमित कुमार, मुख्य नगर लेखा परीक्षक संजय प्रताप सिंह, सहायक नगर आयुक्त राजेश अग्रवाल, पीआरओ संदीप श्रीवास्तव, पार्षद नरसिंह दास सहित अन्य पार्षदगण व निगम के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।
वर्ष 2016 से स्वच्छ सर्वेक्षण में शामिल होने वाले शहर व बनारस की रैंकिंग इस प्रकार है।
- वर्ष – शहर – रैंक
- 2016 – 73 – 65
- 2017 – 434 – 32
- 2018 – 4203 – 29
- 2019 – 4237 – 17
- 2020 – 4242 – 27
- 2021 – 4320 – 30
- 2022 – 4507 – 21
- 2023 – 4477 – 41