*जनपद पौड़ी की ऑपरेशन स्माइल टीम ने चन्द घण्टों में गुमशुदा हुये 04 बच्चों को सकुशल किया परिजनों के सुपुर्द।*
*वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्वेता चौबे के निर्देशन में ऑपरेशन स्माइल टीम कर रही त्वरित कार्यवाहियाँ।*
*अपने जिगर के टुकडों को देख परिजनों के चेहरे पर लौटी खुशियाँ, कहा शुक्रिया पौड़ी पुलिस।*
पुलिस मुख्यालय स्तर से गुमशुदाओं की तलाश हेतु दिनाँक 01.09.2023 से 31.10.2023 तक 02 माह का “ऑपरेशन स्माईल” अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत *वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी श्वेता चौबे* द्वारा जनपद के समस्त थाना प्रभारियों/ऑपरेशन स्माईल टीम को गुमशुदा बच्चों की तलाश कर सकुशल परिजनों के सुपुर्द करने हेतु निर्देशित किया गया है।
जिसके क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक/नोडल अधिकारी ऑपरेशन स्माइल जया बलोनी, क्षेत्राधिकारी ऑपरेशन विभव सैनी के निकट निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक AHTU राजेंद्र सिंह खोलिया के नेतृत्व में दिनांक 07.09.2023 को ऑपरेशन स्माईल टीम को बस स्टेशन कोटद्वार पर 02 नाबालिग रोते हुए मिले। जिस पर पुलिस टीम द्वारा बच्चों को सुरक्षा की दृष्टि से एएचटीयू कार्यालय लाया गया जहाँ ऑपरेशन स्माईल टीम द्वारा बच्चों से अपनेपन का एहसास दिलाकर पूछताछ की गयी तो बच्चों ने अपना नाम नाम विजय एवं नन्हे निवासी- लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश बताया साथ ही बताया कि वह लखीमपुर खीरी से गलती से ट्रेन में बैठ कोटद्वार पहुंच गए। जिस पर एएचटीयू टीम द्वारा परिजनों से सम्पर्क कर एएचटीयू कार्यालय कोटद्वार बुलाकर सीडब्ल्यूसी के माध्यम से काउंसलिंग दोनों बच्चों को उनकी माता के सुपुर्द किया गया।
साथ ही दिनाँक 07.09.2023 को श्री संतोष पुत्र कनकयी निवासी लालगंज उ0प्र0 ने एएचटीयू कार्यालय कोटद्वार पर सूचना दी कि वे लोग अपने परिवार के साथ कोटद्वार घूमने आये थे देवी मन्दिर के आस पास उनके बच्चे अन्थ बाबू, उम्र-3 वर्ष व आजाद, उम्र-4 वर्ष उनसे बिछड़ गये हैं। जिस सूचना पर ऑपरेशन स्माइल टीम द्वारा बिना समय गँवाये अथक प्रयास कर दोनों नाबालिक बच्चों को देवी मंदिर कोटद्वार से सकुशल बरामद कर सीडब्ल्यूसी के माध्यम से काउंसलिंग कर दोनों बच्चों को उनके माता-पिता के सुपुर्द किया गया। अपने जिगर के टुकडों को अपने पास पाकर परिजनों द्वारा पौड़ी पुलिस का आभार जताया गया।
*पुलिस टीम:-
1. निरीक्षक राजेंद्र सिंह खोलिया
2. महिला उपनिरीक्षक सुमन लता
3. महिला आरक्षी विद्या मेहता
4. आरक्षी मुकेश डोबरियाल