संविदा एवं बेरोजगार स्टाफ नर्सेज महासंघ ने बृहस्पतिवार को सचिवालय कूच किया। सचिवालय से पहले ही पुलिस ने कूच को रोक लिया। इसके बाद प्रतिनिधिमंडल की मुख्यमंत्री से मुलाकात कराई गई। महासंघ ने मुख्यमंत्री को बताया कि नर्सेज भर्ती में दूसरे राज्य के लोग फर्जी निवास प्रमाणपत्र बनाकर आवेदन कर रहे हैं।
इस पर रोक लगाई जाए। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति फर्जी स्थाई निवास से आवेदन करता है तो उसकी जांच की जाएगी। सचिवालय कूच में पूरे प्रदेश के सैकड़ों नर्सिंग बेरोजगारों ने हिस्सा लिया।संगठन के प्रदेश अध्यक्ष हरीकृष्ण बिजलवान ने बताया कि नर्सिंग की भर्ती 12 वर्षों बाद आई है।
इसके लिए लोग 134 दिन लगातार एकता बिहार में धरने पर बैठे थे। तीन जनवरी 2023 को 1564 पदों पर विज्ञापन जारी हुआ, इसके बाद श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के संविदा पर काम करने वाले राजस्थान के नर्सिंग आवेदकों की ओर से उच्च न्यायालय में केस दायर कर वहां से प्रोविजनल परमिट ले लिया। वहीं, कुछ लोग फर्जी स्थाई निवास बनाकर आवेदन कर रहे हैं। कूच में रवि सिंह रावत, महिपाल सिंह, पुष्कर सिंह, अरविंद रावत, अरविंद चौहान, जगदीप बिष्ट, प्रीतम, गणेश, नीरज, प्रवीण शामिल हुए।
मुख्यमंत्री से मिला आश्वासन
महासंघ के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से मुख्यमंत्री कार्यालय में वार्ता की। इसमें महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष हरिकृष्ण बिजलवान, सचिव गोविंद सिंह रावत, प्रदेश प्रवक्ता अलका नेगी, हेमा आर्य, मीनाक्षी ममगाईं मौजूद रहीं। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि कोई भी बाहरी व्यक्ति इस भर्ती में नहीं लिया जाएगा।