दुष्कर्म का शिकार हुई पीड़िता सहित सभी 30 महिला हॉकी खिलाड़ी रोशनाबाद स्पोर्टस स्टेडियम के पास एक कॉलोनी में बने होटल में ठहरी हुई थी। कोच इसी होटल के तीसरे फ्लोर पर ठहरा था। जबकि पीड़िता का कमरा चौथे फ्लोर पर था। राज्य स्तरीय महिला हॉकी टीम फाइनल होने के बावजूद कोच ने बहाने से पीड़िता को अपने कमरे में बुलाया और झांसा दिया कि अभी भी वह टीम में उसका चयन करा सकता है।
पीड़िता की अस्मत से किया खिलवाड़
जानबूझकर चुना रविवार का दिन
न जाने कितनी प्रतिभाएं बन चुकी होंगी शिकार
आरोपित भानुप्रकाश अग्रवाल के पास साई का सर्टिफिकेट है और वह लंबे अर्से से खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देता आ रहा है। पुलिस का मानना है कि आरोपित पहली बार किसी खिलाड़ी के साथ दुष्कर्म जैसी घिनौनी घटना को अंजाम नहीं दिया होगा। वह पहले भी कितनी ही प्रतिभाओं का उत्पीड़न कर चुका है, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है। खेल से जुड़े लोग बताते हैं कि उसकी आम छवि भी ठीक नहीं है। यह बात अलग है अभी तक किसी महिला खिलाड़ी की ओर से उसके खिलाफ कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई। इसके पीछे खिलाड़ियों में करियर खत्म होने का डर या आरोपित का प्रभाव जैसे कई कारण हो सकते हैं।
कई पदाधिकारियों का खास है आरोपित
खिलाड़ियों की तैयारी कराने के लिए संविदा पर कोच की नियुक्ति एसोसिएशन की ओर से की जाती है। खिलाड़ी और कोच के रहने, खाने-पीने का खर्च भी एसोसिएशन के जिम्मे रहता है। आरोपित कोच एसोसिएशन के कुछ पदाधिकारियों का करीबी बताया जाता है। हालांकि, कार्रवाई में ऐसी कोई नजदीकी आड़े नहीं आई।
दो साल पहले रुद्रपुर में हुई थी मुलाकात
पुलिस की छानबीन में सामने आया कि आरोपित हॉकी कोच भानूप्रकाश पिछले दो साल से जानता था। बताया जा रहा है कि पीड़िता पूर्व में रुद्रपुर उधमसिंह नगर में हॉकी टूर्नामेंट में भाग लेने गई थी, तब उसकी मुलाकात भानू प्रकाश से हुई थी। तब से आरोपित खेल प्रतियोगिताओं को लेकर कोच लगातार उससे संपर्क बनाए हुआ था।