हल्द्वानी हिंसा को लेकर सियासत गरमा गई है। विपक्षी गठबंधन के नेताओं ने राज्यपाल से मुलाक़ात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। उन्होंने हल्द्वानी हिंसा की न्यायिक जांच कराने की मांग की। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में विपक्षी गठबंधन के नेता राजभवन पहुंचे।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में मलिक के बगीचे में अवैध मदरसा और धर्मस्थल ढहाने गई पुलिस और प्रशासन की टीम पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया था। पथराव में सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, रामनगर कोतवाल समेत 300 से अधिक पुलिसकर्मी और निगमकर्मी घायल हुए।
उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाना भी फूंका। पुलिस की जीप, जेसीबी, दमकल की गाड़ी दोपहिया समेत 70 से अधिक वाहन फूंक दिए गए। आंसू गैस के गोले दागने और लाठी चार्ज के बाद भी जब हालात काबू में नहीं आए, तो सबसे पहले अधिकारी जान बचाने के लिए मौके से भाग लिए। पुलिस व निगम टीम जैसे-तैसे वहां से निकली। प्रशासन ने उपद्रवियों को देखते ही पैर में गोली मारने के आदेश दिए हैं। पिता-पुत्र समेत छह लोगों की गोली लगने से मौत हो गई। शहर में कर्फ्यू लगा दिया।