*एसएसपी देहरादून अजय सिंह इन बच्चों की मदद हेतु गंभीर प्रभावी कार्यवाही हेतु निर्देश जारी*
*ऑपरेशन मुक्ति अभियान के तहत ऑपरेशन मुक्ति टीम देहरादून ने अलग-अलग स्थानो पर चलाया जागरूकता अभियान*
*अभियान के दौरान शिक्षा से वंचित 24 बच्चों को किया चिन्हित।*
*बच्चों के अभिभावकों से मुलाकात कर उन्हें शिक्षा के महत्व की जानकारी देते हुए बच्चो को स्कूल भेजने के लिये किया प्रेरित ।*
*घरेलू कार्यों के लिये मैन पावर उपलब्ध कराने वाली ऐजेन्सीज को चिन्हित कर उनके द्वारा घरेलू कार्यों में लगाये गये व्यक्तियों की ली जानकारी ।*
*सभी का भौतिक रूप से सत्यापन कर इस बात को किया जायेगा सुनिश्चित कि घरेलू कार्यों में नाबालिग बच्चों का न हो इस्तेमाल।*
*एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट देहरादून*
दिनाँक: 01-03-24 से सम्पूर्ण उत्तराखण्ड में चलाये जा रहे आपरेशन मुक्ति अभियान के तहत देहरादून में गठित ऑपरेशन मुक्ति टीम के द्वारा देहरादून क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न बस्तियों में जाकर शिक्षा से वंचित चल रहे बच्चों के चिन्हिकरण/सत्यापन की कार्यवाही की गयी। इस दौरान टीम द्वारा नई बस्ती कैनाल रोड़, धोरन रोड़, राजपुर एवं रेसकोर्स देहरादून क्षेत्रान्तर्गत सत्यापन/चिन्हिकरण की कार्यवाही करते हुए शिक्षा से वंचित चल रहे कुल 24 बच्चों को चिन्हित किया गया। चिन्हित किये गये सभी बच्चों का आगामी शिक्षा सत्र के प्रारम्भ होने पर विद्यालयों में दाखिला कराया जायेगा। इस दौरान सम्बन्धित बच्चों के अभिभावकों से मुलाकात कर टीम द्वारा उन्हें शिक्षा के महत्व की जानकारी देते हुए बच्चों को स्कूल भेजने के लिये प्रेरित किया गया।
टीम द्वारा देहरादून क्षेत्रान्तर्गत ऐसी सभी एजेन्सीज, जो घरेलू कार्य हेतु मैन पावर उपलब्ध कराती हैं, उन्हें भी चिन्हित करते हुए उनसे घरेलू कार्यों के लिये उपलब्ध कराये गये व्यक्तियो के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की जा रही है। साथ ही ऐसे सभी व्यक्तियों का भौतिक रूप से सत्यापन करते हुए इस बात को सुनिश्चित किया जा रहा है कि घरेलू कार्यो के लिये किसी नाबालिग का इस्तेमाल न किया जा रहा हो।
“ऑपरेशन मुक्ति” अभियान के तहत एसएसपी देहरादून अजय सिंह द्वारा टीम को भीख मांगने, कूड़ा बीनने, बाल मजदूरी आदि कार्यों में लिप्त एवं शिक्षा से वंचित बच्चों को स्कूली शिक्षा की ओर अग्रसर करते हुये उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिये प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये हैं।