लखनऊ। सनातन संस्कृति की आस्था के केंद्र के रूप में चतुर्दिक आभा बिखेर रहे महाकुंभ से प्रेरणा लेकर योगी सरकार ने गुरुवार को विधानमंडल में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 8,08,736.06 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। अपने नौवें बजट में योगी सरकार ने प्रदेश के सर्वांगीण विकास के जरिये एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का आकार पाने के लक्ष्य की ओर मजबूती से कदम बढ़ाने का हौसला दिखाया है। वहीं नित्य नूतन होते हुए भी पुरातन की भावना को आत्मसात करने वाली सनातन संस्कृति के अनुरूप वंचितों को वरीयता देकर अंत्योदय के प्रति अपनी पुरानी प्रतिबद्धता दोहराई है।
वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने विधानसभा में व पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह की ओर से विधान परिषद में प्रस्तुत किए गए बजट में सरकार ने भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र में किए गए वादे को निभाते हुए उच्च शिक्षा में मेधावी युवा छात्राओं को स्कूटी देने की घोषणा की है। कनेक्टिविटी बढ़ाकर आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार देने के लिए एक्सप्रेसवे परियोजनाओं के लिए खजाना खोला है। आगामी पंचायत चुनाव पर नजरें गड़ाए हुई सरकार ने खेती-किसानी और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए भी बजट में भरपूर आवंटन किया गया है।
सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के झंडे को फिर दी धार
बजट के जरिये योगी सरकार ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के झंडे को फिर धार दी है। वहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिटी की स्थापना की घोषणा कर उत्तर प्रदेश को प्रौद्योगिकी के वैश्विक मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करने का दम भी दिखाया है। विकास कार्यों को नई ऊंचाइयां देने के लिए बजट में 2.26 लाख करोड़ रुपये पूंजीगत परिव्यय के मद में आवंटित किए गए हैं। बजट में 28,478.34 करोड़ रुपये की नई योजनाएं शामिल है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट का आकार 2024-24 की तुलना में 9.8 प्रतिशत अधिक है।
आउटसोर्स कर्मियों के लिए बड़ा निर्णय
एक बड़ा निर्णय लेते हुए सरकार ने आउटसोर्स कर्मियों का पारिश्रमिक न्यूनतम 16 हजार से 18 हजार रुपये तक करने का एलान किया है। अभी तक उन्हें आठ-दस हजार रुपये ही मिलते थे। इसकी प्रक्रिया को सुनियोजित और पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश आउटसोर्स सेवा निगम का गठन भी किया जाएगा। महापुरुषों के नाम से भी कई योजनाएं शुरू की जाएंगी। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 51 हजार रुपये की धनराशि को बढ़ाकर एक लाख रुपये और विधवा पुनर्विवाह व उनकी पुत्रियों के विवाह के लिए अनुमन्य सहायता राशि को भी एक लाख रुपये कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने जिला मुख्यालय वाले नगर पालिकाओं को स्मार्ट सिटी की तर्ज पर विकसित किए जाने की बात कही। कानपुर, मेरठ, मथुरा के इन्फ्रास्ट्रक्चर को प्रयागराज की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। बजट प्रस्तुत किए जाने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान भवन के तिलक हॉल में प्रेस कान्फ्रेंस कर सरकार की मंशा को सामने रखते हुए इसे विस्तार दिया।
उन्होंने कहा कि यह बजट भारत की सनातन संस्कृति को समर्पित, सर्वे भवंतु सुखिन: पर आधारित है। प्रधानमंत्री के 5 टी- ट्रेड, टूरिज्म, टेक्नोलाजी, ट्रेडिशन और टैलेंट को मंत्र मानकर नया उत्तर प्रदेश आज श्रम शक्ति से अर्थ शक्ति के रूप में पहचाना जा रहा है। यह बजट अगले 25 साल का रोडमैप तैयार करेगा और एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के लक्ष्य को पाने में सहायक होगा।
चार नये एक्सप्रेसवे के लिए 1050 करोड़ रुपये का प्रविधान
बजट में चार नये एक्सप्रेसवे के लिए 1050 करोड़ रुपये का प्रविधान किया है। इसके अलावा प्रयागराज में दो नये पुलों के निर्माण के लिए 700 करोड़ रुपए प्रस्तावित किए गए हैं। सभी मंडल मुख्यालयों पर विकास प्राधिकरणों, नगर निकायों द्वारा कन्वेंशन सेंटर का निर्माण कराया जाएगा। ग्राम पंचायतों में वैवाहिक उत्सव एवं अन्य सामाजिक आयोजनों के लिए उत्सव भवन निर्माण की योजना पर कार्य किया जाएगा। इसके अलावा 250 करोड़ रुपये जीरो पावर्टी अभियान के लिए प्रस्तावित है।
प्रखर हुई सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की लौ
योगी सरकार ने बजट में धार्मिक पर्यटन के जरिये सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की लौ प्रदीप्त की है। बांके बिहारी मंदिर मथुरा-वृंदावन कारिडोर, मां विंध्यवासिनी धाम, नैमिषारण्य, अयोध्या व चित्रकूट में पर्यटन विकास योजनाओं के लिए सरकार ने उदारता दिखाई है।