हादसा सोमवार को हुआ। देहरादून की ओर से आ रहे वाहन टोल प्लाजा के लेन नंबर दो में टोल टैक्स कटा रही थे। इसी दौरान खनन सामग्री से भरे तेज रफ्तार डंपर ने पीछे से वाहनों को टक्कर मारी। इसके बाद आगे खड़ी लाल रंग की हुंडई आई-10 कार को चपेट में ले लिया।
मृतक टिहरी में सीजेएम के पेशकार पद पर तैनात थे
कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक शिशुपाल राणा ने बताया कि मृतकों की पहचान रतनमणी उनियाल उम्र 45 वर्ष निवासी इंद्रप्रस्थ एनक्लेव लेन नंबर 15 समीप छह नंबर पुलिया रायपुर देहरादून के रूप में हुई है। रतनमणी टिहरी में सीजेएम के पेशकार पद पर तैनात थे। वहीं दूसरे मृतक की पहचान 38 वर्षीय पंकज कुमार वर्तमान निवासी रायपुर देहरादून व मूल निवासी ग्राम थान पोस्ट आफिस भवान टिहरी गढ़वाल के रूप में हुई है। पंकज सिविल जज कोर्ट कीर्तिनगर टिहरी में रीडर के पद पर तैनात थे। यह दोनों ही अपने घर आए हुए थे और सोमवार को ड्यूटी के लिए टिहरी जा रहे थे।
अन्य वाहन भी हुए क्षतिग्रस्त
हादसे में दो अन्य वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनमें एक कार में सहारनपुर निवासी चार लोग सवार थे, जोकि हिमालयन अस्पताल में अपना इलाज कराने के लिए जा रहे थे। जबकि तीसरी कार में नरेंद्र नगर पीटीसी में तैनात इंस्पेक्टर बृजमोहन पंत अकेले सवार थे। गनीमत रही कि इस हादसे में उनका वाहन क्षतिग्रस्त हुआ उन्हें चोट नहीं आई।
डंपर चालक की पहचान 27 वर्षीय निसरत अली निवासी केदारवाला विकासनगर के रूप में हुई है। आरोपित को हिरासत में ले लिया गया है। चालक ने पूछताछ में हादसा होने का कारण डंपर के ब्रेक फेल होना बताया है। उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की अपने स्तर से जांच कर रही है।
कार से फंसे शव को निकालने में लगे तीन घंटे
लच्छीवाला टोल प्लाजा पर हाइड्रा, जेसीबी या अन्य क्रेन आदि मौजूद नहीं थी, जिसके चलते पुलिस को डंपर के बीच में फंसी कार से मृतकों के शव निकालने में करीब तीन घंटे का समय लग गया। लाखों रुपये का प्रतिदिन शुल्क वसूलने वाले टोल प्लाजा में दुर्घटनाओं में त्वरित राहत देने के लिए संसाधन उपलब्ध नहीं होते, जिसके चलते लोगों में भारी आक्रोश भी देखा गया।