अपराध

देहरादून:एसओजी के ऐश्वर्य और थाना रायपुर प्रभारी दिलबर की टीम ने कुख्यात जितेन्द्र उर्फ़ जित्ती को एक्सटॉर्शन ओर जमीन कब्जाने में किया गिरफ्तार

भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी 

शातिर अपराधी जितेंद्र रावत उर्फ जित्ती अपने पांच साथियों सहित जबरन जमीन कब्जाने एवं एक्सटॉर्शन करने तोड़-फोड़ जान से मारने के जुर्म में गिरफ्तार
थाना रायपुर पर दिनांक 8 अप्रैल 2021 को वादिनी आरती कुमारी पत्नी एस बी कुमार निवासी बल्लूपुर रोड द्वारा एक प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि शिकायतकर्ती की एक भूमि लाडपुर रिंग रोड पर है जिस पर शिकायतकर्ती द्वारा वर्ष 2017 में बाउंड्री वाल कर दी गई थी एवं दिनांक 3 अप्रैल 2020 को शिकायतकर्ती जब भूमि पर देखरेख कर रही थी उसी समय क्षेत्र का एक बदमाश जिसका नाम जितेंद्र रावत उर्फ़ जित्ती अपने कुछ साथियों के साथ आया एवं वादिनी को धमकी भरे लहजे में कहा कि मैं एक बदमाश हूं और यह जमीन खाली कर दो अन्यथा अंजाम बुरा होगा तत्पश्चात वादिनी उस दिन अपने घर चली गई।
दिनांक 7 अप्रैल 2021 को जितेंद्र रावत उर्फ जित्ती अपने कुछ साथियों के साथ वादिनी की भूमि पर गया एवं वादिनी की भूमी की तार बाड़ को क्षतिग्रस्त कर दिया जब वादिनी ने यह सब देखा तो उसके द्वारा वादिनी को भयभीत किया गया एवं अपने बदमाश होने का खौफ दिखाकर जबरन वादिनी की भूमि में से 1 बीघा भूमि अपने नाम करने की धमकी दी गई अथवा हत्या करने की धमकी दी गई।
वादिनी की शिकायत पर थाना रायपुर पर तुरंत अभियोग पंजीकृत किया गया मुकदमे की विवेचना प्रारंभ की गई।
गठित टीम द्वारा आज दिनांक को साक्ष्य संकलन कर जानकारी जुटाई गई एवं अन्य कई लोगों के बयान संकलित किए गए जिनमें यह पाया गया कि जितेंद्र रावत उर्फ जित्ती पुत्र लखपत सिंह रावत निवासी रिंग रोड एक शातिर अपराधी है एवं जिस पर हत्या लूट फिरौती के कई मुकदमे दर्ज हैं एवं वर्तमान में नेहरू कॉलोनी थाने का शातिर हिस्ट्रीशीटर है जो कुछ दिनों पूर्व भी हत्या के मामले में जमानत पर बाहर आया हुआ है एवं जमानत पर बाहर आते ही उक्त अपराधी द्वारा अपना एक गिरोह तैयार कर लिया गया है जिसमें कुछ हरियाणा के शातिर अपराधियों को सम्मिलित किया गया है एवं
अपराधियों द्वारा मिलकर देहरादून में विवादित जमीनों को चिन्हित किया जा रहा है एवं विवादित जमीनों में भू स्वामियों को धमका कर अपना भय दिखा कर जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है एवं हत्या की धमकी दी जा रही है।
एसओजी टीम एवं थाना रायपुर की टीम दिलबर सिंह नेगी थानाध्यक्ष रायपुर,वरिष्ठ उपनिरीक्षक आशीष रावत,उपनिरीक्षक जगमोहन सिंह,उपनिरीक्षक दीपक पंवार,आरक्षी महेश उनियाल,आरक्षी अरविंद भट्ट चालक रमेश तथा एसओजी टीम में प्रभारी निरीक्षक ऐश्वर्या पाल, ललित, कॉन्स्टेबल देवेंद्र,कांस्टेबल आशीष शर्मा, कॉन्स्टेबल किरण ओर कांस्टेबल अरशद द्वारा गिरफ्तार किया गया शातिर अपराधी जितेंद्र रावत को पूछताछ हेतु रेसकोर्स क्षेत्र से नेहरू कॉलोनी एसओजी कार्यालय पर पूछताछ की गई एवं विवेचना के दौरान ही पूछताछ एवं अन्य साक्ष्यों के आधार पर जितेंद्र रावत के 5 अन्य साथियों को भी पूछताछ हेतु एसओजी कार्यालय पर लाया गया सभी से गहनता से पूछताछ की गई साक्ष्य संकलन किए गए
साक्ष्य संकलन गवाहों के बयान पूछताछ के आधार पर यह पाया गया कि और जितेंद्र रावत उर्फ जित्ती अपने पांच साथियों के साथ मिलकर एक गिरोह तैयार कर भूमाफिया बनकर विवादित जमीनों पर कब्जा करने का प्रयास कर रहा है एवं भू स्वामियों को डरा धमकाकर उगाही कर रहा है।
थाना रायपुर पुलिस टीम द्वारा शातिर अपराधी जितेंद्र रावत उर्फ़ जित्ती एवं उसके पांच साथियों नवीन कुमार पुत्र महावीर सिंह निवासी किवाना थाना समालखा जिला पानीपत हरियाणा उम्र 28 वर्ष, शीशपाल सैनी पुत्र अरविंद कुमार सैनी निवासी इंदिरा कॉलोनी सेक्टर 16 हाउस नंबर 55 पंचकूला हरियाणा, प्रशांत पुत्र मोहनलाल निवासी गोविंदपुरी वाल्मीकि बस्ती यमुनानगर हरियाणा उम्र 26 वर्ष, हनी वर्मा पुत्र तेजपाल वर्मा निवासी इंदिरा कॉलोनी हाउस नंबर 207 जंदली अंबाला सिटी हरियाणा उम्र 28 वर्ष, गुरु लाल सिंह पुत्र बलवीर सिंह निवासी कामी खुर्द थाना कन्नौर जिला पटियाला पंजाब को धारा 386/147 /148/ 504 / 506 427 के तहत गिरफ्तार किया गया।
जितेंद्र रावत उर्फ जित्ती का एक साथी पंचकूला से हिस्ट्रीशीटर एवं शातिर अपराधी है जिसके विरूद्ध हत्या लूट फिरौती के पंचकूला में कई मामले दर्ज हैं जिसके आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।
अभियुक्तगणों से एक इंडीवर कार एवं एक सफारी कार भी बरामद हुई है जिनके अभियुक्त गणों के पास कोई वैध कागजात नहीं है उक्त दोनों लग्जरी गाड़ियों को भी सीज कर दिया गया है।
बरामद नगरी कार सफारी के संबंध में जानकारी करने पर प्राप्त जानकारी प्राप्त हुई कि उक्त कार कुछ दिनों पूर्व नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में हुए हत्याकांड में मृतक राजू बॉक्सर की है जिसकी हत्या के बाद जमानत और छूटने पर जित्ती ने यह कार अपने भय के दम पर अपने पास रख ली है।