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बिगब्रेकिंग:देहरादून SOG ने 01 वर्ष से फरार चल रहे रु 20 हज़ार के ईनामी अभियुक्त को रांची झारखण्ड से किया गिरफ्तार

भूपेन्द्र कुमार लक्ष्मी

देहरादून SOG ने 01 वर्ष से फरार चल रहे रु 20 हज़ार के ईनामी अभियुक्त को रांची झारखण्ड से किया गिरफ्तार

वर्तमान में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद देहरादून , महोदय के निर्देशन में जनपद में मफरूर/वांछित/ईनामी अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा जनपद के सभी थाना प्रभारियों/एस0ओ0जी0 प्रभारी के साथ गोष्ठी कर उक्त अभियान के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश निर्गत करते हुए अलग-अलग टीमें गठित करने हेतु निर्देशित किया गया था। जिसके क्रम में पुलिस अधीक्षक नगर महोदय व पुलिस उपाधीक्षक नगर एवं पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन्स के निर्देशन में तथा एस0ओ0जी0 प्रभारी के नेतृत्व में मफरूरों/वांछितो की गिरफ्तारी हेतु टीम का गठन किया गया तथा जनपद के समस्त मफरूरों के सम्बन्ध में जानकारी जुटाई गई तो थाना कोतवाली नगर पर पंजीकृत मु0अ0स0 30 /2021 धारा 420,406 भादवि बनाम रणधीर कुमार प्रियदर्शी जो कि लगभग 01 वर्ष से फरार चल रहा था, जिसे न्यायालय द्वारा वर्ष 2021 में मफरूर घोषित किया गया था। मफरूर अभियुक्त के लगातार फरार होने के कारण वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद देहरादून द्वारा वर्ष: 2022 में अभियुक्त पर 20,000/; रूपये का ईनाम घोषित किया गया था। अभियुक्त की तलाश हेतु पूर्व में पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त के मसकन व सम्भावित निवास स्थानों पर दबिश दी गयी थी, परन्तु अभियुक्त के सम्बन्ध में कोई लाभप्रद जानकारी प्राप्त नहीं हो पायी। पुलिस द्वारा सर्विलांस व मुखबिर के माध्यम से अभियुक्त के सम्बन्ध में लगातार जानकारी की जा रही थी, इसी बीच पुलिस टीम को मुखबिर के माध्यम उक्त मफरूर अभियुक्त के अलग-अलग स्थानों पर अपना नाम तथा मोबाईल नम्बर बदलकर रहने तथा कुछ समय पूर्व अभियुक्त के बिहार/झारखण्ड राज्य में होने की जानकारी प्राप्त हुई थी। जिस पर टीम द्वारा बिहार/झारखण्ड में सम्भावित जगहों पर दबिश दी गयी लेकिन मफरूर रणधीर कुमार प्रियदर्शी वहां से भी फरार हो गया, उसके उपरान्त टीम द्वारा मफरूर की गिरफ्तारी के लिये प्रयास में लगी रही और पुनः मुखबिर की सूचना के आधार पर मफरूर के रांची झारखण्ड राज्य में रहने की सूचना प्राप्त हुई तथा यह भी जानकारी प्राप्त हुई की वहां वह वंसी पटेलनगर क्षेत्र में नाम बदलकर अध्यापक का कार्य कर रहा है।
उक्त सूचना के सम्बन्ध में उच्चधिकारीयों को अवगत कराया गया तथा उच्चाधिकारियों के आदेशों/निर्देशोनुसार एस0ओ0जी0 की एक टीम को आवश्यक दिशा-निर्देश देकर दिनांक 24 /07/20212 को रवाना किया गया। टीम द्वारा रांची पहुचं कर मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर जानकारी प्राप्त की गई तो ज्ञात हुआ की फरार अभियुक्त अपना पता बदलकर वंसी पटेलनगर रांची में रह रहा है, टीम द्वारा अभियुक्त के सम्बन्ध में सुरागरसी-पतारसी की गयी तथा दिनांक 26/07/2021 को फरार अभियुक्त रणधीर कुमार प्रियदर्शी को वंसी पटेलनगर सत्य अपार्टमेंट रांची झारखण्ड से समय 16ः10 बजे गिरफ्तार किया गया तथा दिनांक 26 /07/2022 को रांची के सम्बन्धित न्यायालय में पेश कर देहरादून कोर्ट में पेश करने हेतू 03 दिवस का ट्रांजिट रिमांड प्राप्त किया गया। जिसे आज माननीय न्यायालय के समक्ष समय से पेश किया जायेगा। अभियुक्त की गिरफ्तारी पर पीड़ित के परिजनों व जनता में विश्वास बढ़ा है तथा पीड़ित व पीड़ित के परिजनों तथा जनता द्वारा एस0ओ0जी0 टीम की सराहना करते हुये भूरि-भूरि प्रशंसा की गयी है।
घटना का विवरण:-
दिनांक 21-01-2021 को वादी राहुल सेतिया निवासी राजपुर रोड देहरादून द्वारा थाना कोतवाली नगर पर एक अभियोग पंजीकृत कराया गया जिसमें वादी द्वारा अवगत कराया गया कि राहुल अग्रवाल निवासी डालनवाला व विकास सिंह निवासी मुजफ्फरनगर जो कि वादी के साथ पहले एक कंपनी में काम करते थे उनके द्वारा बताया गया की एक नई स्टार्टअप कंपनी मैंसर्ष बेसिक फर्स्ट नाम से शुरू हो रही है जिसका की कार्यस्थल देहरादून रहेगा और इस कंपनी द्वारा स्कूल और इंस्टिट्यूट मे टेबलेट सप्लाई का काम रहेगा जिसमें की पांच परसेंट वादी को मिलेगा इसके आधार पर वादी और कंपनी के बीच एक एग्रीमेंट हुआ जिसमें कंपनी शुरू करने हेतु वादी द्वारा ₹5,92000 दिए गए परंतु उसके पश्चात कंपनी शुरू नहीं हुई और ना ही वादी के पैसे वापस मिले वादी द्वारा कंपनी बेसिक फर्स्ट लर्निंग के मालिक रणधीर कुमार प्रियदर्शी से संपर्क किया परंतु कई बार संपर्क करने और बातचीत करने के बाद भी कंपनी के मालिक द्वारा इसके पैसे वापस नहीं दिए गए और इसके अलावा पता चला कि इस तरह की कंपनी उत्तर प्रदेश व पंजाब एवं अन्य जगहों पर 60-70 डिस्ट्रीब्यूटर बनाए गए हैं, जिनमें लोगों से पैसा लेते हैं और धोखाधड़ी कर पैसा हड़प लेते हैं उपरोक्त अभियोग की विवेचना तत्कालीन उप निरीक्षक राकेश चंद्र भट्ट के सुपुर्द हुई कंपनी के मालिक वह मुकदमा उपरोक्त में अभियुक्त रणधीर कुमार प्रियदर्शी पुत्र मदन प्रसाद सिंह निवासी मकान नंबर 463 अशोक नगर रांची झारखंड के घर पर कई बार दबिश दी गईपरंतु अभियुक्त नहीं मिल पाया जिस पर अभियुक्त के विरुद्ध धारा 82/83 सीआर0पी0सी0 की कार्यवाही की गई जिसके पश्चात वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद देहरादून द्वारा अभियुक्त की गिरफ़्तारी पर 20,000 /- रू0 (बीस हजार रुपये) का इनाम घोषित किया गया |

नाम/पता अभियुक्त –
01: रणधीर कुमार प्रियदर्शी निवासी प्रथम ताल मकान न0 – 463 ए अशोक नगर थाना अरगोड़ा जिला रांची झारखण्ड उम्र-46 वर्ष।
ईनाम राशी :-
20,000 /- रू0 (बीस हजार रुपये)

पर्यवेक्षण अधिकारी :-
01- सरिता डोभाल, पुलिस अधीक्षक नगर देहरादून।
02- नरेन्द्र पंत पुलिस उपाधीक्षक नगर देहरादून।
03 – नीरज सेमवाल पुलिस उपाधीक्षक ऑपरेशन्स देहरादून।

एस0ओ0जी0 टीम:-

01- के आर. पाण्डेय प्रभारी निरीक्षक एस0ओ0जी0 देहरादून।
02- एस0आई0 शैंकी कुमार , एस0ओ0जी0 देहरादून।
03- कां0 ललित एस0ओ0जी0 देहरादून।
04- कां0 अरशद अली एस0ओ0जी0 देहरादून।
05- का0 देवेंद्र कुमार , एस0ओ0जी0 देहरादून।
06 – कां0 किरण कुमार, एस0ओ0जी0 देहरादून।
07 – कां0 आशीष शर्मा, एस0ओ0जी0 देहरादून।
08 म0 का0 मोनिका

नगर कोतवाली टीम:-
01 – विद्याभूषण नेगी प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर देहरादून।
02 – का0 जोगेंद्र कुमार कोतवाली नगर देहरादून।