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अज्ञात बुजुर्ग महिला की शिनाख्त न होने पर पुलिस की तरफ से हत्या का मुकदमा दर्ज 48 घंटे में किया खुलासा

*बोरे में महिला का शव मिलने से मची थी सनसनी, 48 घंटे के भीतर हरिद्वार पुलिस ने सुलझाया केस*

*बुजुर्ग को न्याय दिलाने के लिए हरिद्वार पुलिस खुद बनी वादी*

*बोरे में बांधकर रखे गए महिला के शव की हर गुत्थी से हरिद्वार पुलिस ने उठाया पर्दा*

*48 घंटे के भीतर किया हत्या सम्बन्धी प्रकरण में किया दूध का दूध, पानी का पानी*

*बुजुर्ग मृतका हर की पैड़ी पर करती थी भिक्षावृत्ति*

 *आरोपी ने विकलांग बैटरी रिक्शा दिलवाने का लालच देकर बुलाया था मंगलौर*

*रेहड़ा/लेने-देन के पैसे लौटाने से इन्कार पर सिर पर मारी ईंट, अंगोछे से गला घोटकर की हत्या*

*पकड़े जाने के डर से बुजुर्ग के शव को कट्टे में बंद कर आनन-फानन में फरार हुआ था आरोपी*

*अज्ञात बुजुर्ग महिला की शिनाख्त न होने पर पुलिस की तरफ से हत्या का मुकदमा दर्ज करने के लिए निर्देश दिए गए थे। टीम ने अल्प समय में घटना का सफल अनावरण किया है :: S.S.P.अजय सिंह*

*कोतवाली मंगलौर*

दिनांक 31-08-2023 की सुबह डायल 112 के माध्यम से कोतवाली मंगलौर पर सूचना प्राप्त हुई कि कस्बा लंढौरा में बरेली निवासी कुछ व्यक्ति आनन-फानन में अपने किराए के कमरे को खाली कर के जा रहे हैं और मौके पर एक संदिग्ध बोरा/ कट्टा रखा हुआ है, सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर खाली कमरे मे रखे बोरे को खोलकर देखा तो उसमें लगभग 55-60 वर्ष उम्र की एक वृद्ध महिला का शव बरामद हुआ।

पोस्टमार्टम की कार्यवाही के साथ-साथ प्रकरण के सम्बन्ध में उच्चाधिकारीगण को सूचित किया गया। यह भी ज्ञात हुआ था कि उपरोक्त मकान पर बरेली निवासी धारा सिंह अपनी पत्नी के साथ करीब 5 महीने से किराए पर रह रहा था तथा फल सब्जी इत्यादि बेचने का काम करता था। कुछ दिनों से इनके साथ एक बुजुर्ग महिला जो कुछ दिनों से लंढ़ौरा में भीख मांग रही थी, रह रही थी। 

*मानवीयता के नाते पुलिस खुद बनी वादी*

चूंकी मृतका अम्मा की तरफ से कोई परिजन मौजूद नही था और न ही उनके बारे में किसी को कोई जानकारी थी इसलिए इन परिस्थितियों में हरिद्वार पुलिस ने खुद वादी बनते हुए कोतवाली मंगलौर पर धारा 302 व 201 आईपीसी का मुकदमा दर्ज कराया। 

*त्वरित खुलासे हेतु गठित की गई 04 पुलिस टीमें* 

बुजुर्ग महिला सम्बन्धित प्रकरण होने के कारण अज्ञात शव की पहचान एवं मामले की वास्तविकता को जल्द सामने लाने के लिए एसएसपी अजय सिंह द्वारा दिए गये निर्देश के आधार पर 04 टीमें गठित कर सभी के लिए अलग-अलग टास्क निर्धारित किये गये। 

1- *प्रथम टीम- स्थानीय लोगों के साथ-साथ आसपास के कैमरे से इनपुट जुटाना* 

2- *द्वितीय टीम- बॉर्डर एरिया पर सघन चेकिंग व सीसीटीवी कैमरे फुटेज की जांच* 

3- *तृतीय टीम- धारा सिंह के पते व उसके रिश्तेदारी पर तलाश* 

4- *चतुर्थ टीम- मुजफ्फरनगर मेरठ होते हुए सभी टोल प्लाजा/अन्य पगडंडी में पूछताछ*

लगातार पड़ताल एवं दिन-रात साक्ष्य संकलन कर रही पुलिस टीमों ने 48 घंटों के भीतर सफलता हासिल करते हुए अभियुक्त धारा सिंह को बदांयू रोड़ बरेली उ0प्र0 से दबोचने में सफलता हासिल की साथ ही अभियुक्त की निशांदेही पर टीम ने घटना में प्रयुक्त गंमछा व ईट का टुकडा भी बरामद किया है।

*ये था हत्या का कारण-*

दो साल पूर्व अभियुक्त ने हरकी पैडी पर एक भिखारन को भीख मांगने के लिए एक रेहड़ा किराये पर दिया था जिसका किराया आपस में प्रतिदिन 80/- रु0 तय हुआ था लेकिन मृतका द्वारा काफी समय से किराया न देने के कारण अभियुक्त रुपयों को लेकर काफी परेशान था और बार-बार मृतका महिला उर्फ अम्मा से पैसों की डिमांड करता था। अभियुक्त ने अपने बकाया रु07000 वापस लेने के लिए एक प्लान के तहत मृतका बुजुर्ग अम्मा को लगभग 15 दिन पहले बैटरी वाली विकलांग रिक्शा दिलवाने का लालच देकर लण्ढौरा बुलाया। 

जहां दिनांक 28.08.2023 को पैसे वापस मांगने पर दोनों में हुई बहस के दौरान आरोपी ने बुजुर्ग अम्मा के सिर पर ईंट मारकर अंगोछे से गला घोटकर हत्या कर दी और चुपके से शव को बोरे में छुपा दिया। रखे गए शव को ठिकाने लगाने का और कोई रास्ता न मिलने पर अभियुक्त धारा सिंह ने सामान ले जाने के बहाने दिनांक 30.08.2023 को अपने लडके को लण्ढौरा बुलाया। अगले दिन छोटे हाथी (लोडर) में सामान भरते समय लडके द्वारा लोडर में “शव रखा बोरा” रखने से मना कर दिया। इस पर लोगों को इकट्ठा होता देख अभियुक्त बोरा छोड़ वहां से भाग गया। 

*हत्यारोपी अभियुक्त-*

1- धारा सिह पुत्र नत्थू लाल निवासी ग्राम मऊचन्दपुर थाना आंवला जिला बरेली उ0प्र0।

*बरामद माल-*

1- हत्या में प्रयुक्त एक गंमछा।

2- हत्या में प्रयुक्त एक ईट का टुकडा।

*पुलिस टीम-*

1- प्रभारी निरीक्षक महेश जोशी

2- व0उ0नि0 प्रमोद कुमार

3- उ0नि0 पुष्पेन्द्र सिह

4- उ0नि0 नवीन चौहान

5- हे0कानि0 रियाज अहमद

6- कानि0 मनीष

7- कानि0 अरुण चमोली

8- कानि0 राजेश देवरानी

9- कानि0 रविन्द्र खत्री- सीआईयू रुडकी

10- कानि0 नितिन- सीआईयू रुडकी