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उत्तराखंड में छह साल बाद एक बार फिर नवंबर का पारा चढ़ा तो दिन के साथ रात के तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई

मौसम के बदले पैटर्न का असर इस साल की सर्दियों पर भी देखने को मिल रहा है। मानसून विदाई के बाद बारिश न होने और पश्चिमी हवाओं के न चलने से तापमान में इजाफा दर्ज किया जा रहा है। उत्तराखंड में मंगलवार को छह साल बाद एक बार फिर नवंबर का पारा चढ़ा तो दिन के साथ रात के तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई।

आंकड़ों पर नजर डाले तो दून का अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री इजाफे के साथ 28.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया जबकि रात का न्यूनतम तापमान भी तीन डिग्री बढ़ोतरी के साथ 14.8 डिग्री पर रहा। इससे पहले इस दिन साल 2018 में अधिकतम तापमान 28 डिग्री रहा था।

तापमान में इस तरह की बढ़ोतरी लगभग प्रदेश के सभी जिलों में देखने को मिली। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि पोस्ट मानसून की बारिश न होने के चलते सामान्य तापमान में इजाफा दर्ज किया जा रहा है। यही वजह है कि मैदानी इलाकों में सुबह-शाम धुंध परेशान कर रही है।

मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार 16 नवंबर तक प्रदेश भर में मौसम शुष्क रहेगा। केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया, 17 नवंबर के बाद प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने के आसार हैं। इस बारिश का असर पूरे प्रदेश के तापमान पर देखने को मिलेेगा। साथ धुंध से भी राहत मिलेगी।

यह रहा तापमान
स्थान             अधिकतम                 न्यूनतम

  • देहरादून             28.2                         14.8
  • पंतनगर              28.5                         15.6
  • मुक्तेश्वर              20                            7.3
  • नई टिहरी           9.6                            9.2