हादसे में बच्चे समेत चार की मौत हो गई। जबकि 26 यात्री घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भीमताल में बुधवार दोपहर एक बजे आमडाली पहुंची हल्द्वानी डिपो की बस पलक झपकते ही हादसे का शिकार हो गई। फिर वह नजर आया, जो चार नवंबर को मरचूला में हुए हादसे से भी भयानक था। आमडाली में 150 फुट गहरी खाई में गिरी बस के परखचे उड़ गए। बस की छत ही उड़ गई। लगेज स्टैंड समेत कई हिस्से इधर-उधर बिखरे नजर आए।
150 फुट गहरी खाई में गिरी बस
घायल यात्रियों ने बताया कि बस सुबह पांच बजे पिथौरागढ़ से हल्द्वानी के लिए निकली थी। क्वारब के पास मलबा आने से बड़े वाहनों की आवाजाही बंद होने के कारण बस धानाचूली-खुटानी होते हुए भीमताल से हल्द्वानी की ओर जा रही थी। करीब एक बजे बस हल्द्वानी से 25 किमी पहले आमडाली के पास पहुंची तो सामने एक कार आ गई। उसे बचाने में बस असंतुलित हुई तो पैरापिट तोड़ते हुए 150 फुट गहरी खाई की ओर बढ़ गई।
खाई में बस ने चार-पांच पलटी खाई
यात्रियों को संभलने का भी मौका भी नहीं मिला। चार- पांच पलटी मारते हुए बस खाई में गिरी तो भयानक दृश्य था। बस के परखच्चे तक उड़ गए और बस की छत अलग होने से यात्री झाड़ियों में छिटक गए। छत के साथ ही बस की सीटों समेत वाहन के दूसरे हिस्से भी इधर-उधर जाकर गिरे। बस का इतना बुरा हाल तो मरचूला में भी नहीं हुआ था, जबकि वह इससे ज्यादा गहरी खाई में गिरी थी। हालांकि मरचूला में ज्यादा (38) लोगों की जान गई थी।
आमडाली में बस के खाई में गिरते ही यात्रियों ने घायल हालत में जान बचाने के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया। बीस मिनट बाद भीमताल पुलिस और स्थानीय लोगों ने सीमित संसाधनों से रेस्क्यू अभियान चलाकर घायलों को रस्सी के सहारे सड़क से निजी वाहनों से अस्पताल तक पहुंचाया। घायल हालत में भी यात्री अपने परिजनों को खाई में खोजते रहे और लोगों से अपने परिजनों और बच्चों के बारे में पूछते हुए नजर आए।
भीमताल में खाई में गिरी बस, दंपती समेत चार यात्रियों की मौत
भीमताल हल्द्वानी मार्ग पर आमडाली के पास एक कार को बचाने के प्रयास में रोडवेज की बस पैरापिट तोड़ते हुए 150 फुट गहरी खाई में गिर गई। हादसे में दंपती समेत चार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चालक- परिचालक समेत 26 यात्री घायल हो गए। इनमें 21 की हालत गंभीर है, जिन्हें एसटीएच हल्द्वानी में भर्ती कराया गया है। मृतकों में एक बच्चा भी शामिल है।
हल्द्वानी डिपो की बस पिथौरागढ़ से बुधवार सुबह पांच बजे यात्रियों को लेकर हल्द्वानी के लिए रवाना हुई। दोपहर करीब एक बजे भीमताल पार करते ही आमडाली के पास मोड़ पर एक कार को बचाने के प्रयास में चालक नियंत्रण खो बैठा और बस पैरापिट को तोड़ते हुए 150 फुट गहरी खाई में गिर गई जिससे बस के परखचे उड़ गए और यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। आसपास के क्षेत्रों के लोग और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने घायलों को रस्सी के सहारे सड़क तक पहुंचाया, लेकिन तब तक दंपति समेत चार लोगों की मौत हो चुकी थी।
हादसे में इनकी गई जान
खड़क सिंह (55) पुत्र जय सिंह, निवासी खेला धारचूला
गंगा धामी (48) पत्नी खड़क सिंह, निवासी खेला धारचूला
सुरेंद्र सिंह धर्मसत्तू (58) पुत्र ललित सिंह, निवासी टिमटिया तेजम, पिथौरागढ़
दक्ष पंत (6) पुत्र विनोद पंत, ग्राम सिमायल बेड़ीनाग हाल निवासी पिथौरागढ़
मृतकों के परिजनों को मिलेगी 10-10 लाख की आर्थिक मदद
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भीमताल में हुई बस दुर्घटना के मृतकों के परिजनों और घायलों को राहत राशि देने के निर्देश दिए। मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। इस राशि में उत्तराखंड परिवहन निगम की ओर से पांच-पांच लाख, जबकि सड़क सुरक्षा निधि से दो-दो लाख रुपये दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से तीन-तीन लाख रुपये मिलेंगे। गंभीर घायलों को तीन-तीन लाख और सामान्य घायलों को 15 से 25 हजार रुपये दिए जाएंगे। सीएम ने अधिकारियों को गंभीर रूप से घायल लोगों को आवश्यकता अनुसार हायर सेंटर रेफर करने के भी निर्देश दिए।
परिवहन निगम करेगा जांच
परिवहन निगम के प्रभारी प्रबंध निदेशक नरेंद्र जोशी ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त बस की स्थिति का पता लगाया जाएगा। अगर बस के संचालन में नियमों के उल्लंघन की बात सामने आती है तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।